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अजब एमपी का गजब कॉलेज, टाट-फट्टियों का बनवाया टॉयलेट

टीकमगढ़ के विधि कॉलेज के हालात इस कदर खराब है कि यहां लड़कियों को टाट बांधकर टॉयलेट जाना पड़ता है. कॉलेज में टॉयलेट की कोई व्यवस्था ही नहीं है.

कॉलेज में नहीं बना टॉयलेट
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Published : Apr 5, 2019, 11:40 PM IST

Updated : Apr 6, 2019, 12:07 AM IST

टीकमगढ़। मध्य प्रदेश में बीजेपी के बाद सत्ता में आई कांग्रेस ने भी विकास के कई वादे किए. तमाम मंत्रियों और विधायकों के वादों के बाद भी हालात जस के तस हैं. टीकमगढ़ के विधि कॉलेज के हालात इस कदर खराब है कि यहां लड़कियों को टाट बांधकर टॉयलेट जाना पड़ता है. कॉलेज में टॉयलेट की कोई व्यवस्था ही नहीं है.

टीकमगढ़ जिले में स्वच्छता अभियान की खुले आम धज्जियां उड़ाई जा रही है. हद तो तब हो गई जब लड़कियों ने टॉयलेट नहीं होने की शिकायत 181 पर की तो प्रबंधन ने संज्ञान लेते हुए कॉलेज कैम्पस के पास 4 लकड़ियां लगवाकर टाट-फट्टियों का टॉयलेट बनवा दिया. लेकिन अब वो भी नहीं बचा है. जिसकी वजह से छात्राओं को खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है.

कॉलेज में नहीं बना टॉयलेट

एक ओर स्वच्छता को लेकर लाखों करोड़ों रुपए पानी की तरह बहाया जा रहा है. वहीं कॉलेज में टॉयलेट तक नहीं है. कॉलेज में 200 स्टूडेंट हैं, जिनमें 50 लड़कियां और 150 लड़के है. लड़कियों के साथ लड़कों के लिए भी टॉयलेट की कोई व्यवस्था नहीं है. कॉलेज में टॉयलेट के बाद बच्चों को पानी की भी समुचित व्यवस्था नहीं है. जिससे बच्चों को हैण्डपम्प का जंग लगा पानी पीना पड़ता है. बच्चों की मांग है कि उनको आरओ के पानी की व्यवस्था की जाए. जिससे बच्चे गंदा पानी पीकर बीमार न हो.

टीकमगढ़। मध्य प्रदेश में बीजेपी के बाद सत्ता में आई कांग्रेस ने भी विकास के कई वादे किए. तमाम मंत्रियों और विधायकों के वादों के बाद भी हालात जस के तस हैं. टीकमगढ़ के विधि कॉलेज के हालात इस कदर खराब है कि यहां लड़कियों को टाट बांधकर टॉयलेट जाना पड़ता है. कॉलेज में टॉयलेट की कोई व्यवस्था ही नहीं है.

टीकमगढ़ जिले में स्वच्छता अभियान की खुले आम धज्जियां उड़ाई जा रही है. हद तो तब हो गई जब लड़कियों ने टॉयलेट नहीं होने की शिकायत 181 पर की तो प्रबंधन ने संज्ञान लेते हुए कॉलेज कैम्पस के पास 4 लकड़ियां लगवाकर टाट-फट्टियों का टॉयलेट बनवा दिया. लेकिन अब वो भी नहीं बचा है. जिसकी वजह से छात्राओं को खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है.

कॉलेज में नहीं बना टॉयलेट

एक ओर स्वच्छता को लेकर लाखों करोड़ों रुपए पानी की तरह बहाया जा रहा है. वहीं कॉलेज में टॉयलेट तक नहीं है. कॉलेज में 200 स्टूडेंट हैं, जिनमें 50 लड़कियां और 150 लड़के है. लड़कियों के साथ लड़कों के लिए भी टॉयलेट की कोई व्यवस्था नहीं है. कॉलेज में टॉयलेट के बाद बच्चों को पानी की भी समुचित व्यवस्था नहीं है. जिससे बच्चों को हैण्डपम्प का जंग लगा पानी पीना पड़ता है. बच्चों की मांग है कि उनको आरओ के पानी की व्यवस्था की जाए. जिससे बच्चे गंदा पानी पीकर बीमार न हो.

Intro:टीकमगढ़ जिले में मध्यप्रदेश का ऐसा कॉलेज है जहां पर लड़कियों को नही है टॉयलेट


Body:एंकर इंट्रो / टीकमगढ़ जिले में मध्यप्रदेश का अनोखा कॉलेज है जहाँ पर लड़कियों को नही है टॉयलेट की व्यबस्था ओर टाट बांधकर बच्चियो को बोसरूम जाना पड़ता है मोदी जी के स्वछता अभियान की खुली पोल

वाईट /1 प्रज्ञा सिंह फाइनल स्टूडेंट विधि कालेज टीकमगढ़

वाईट /2 पूजा चतुर्वेदी स्टूडेंट विधि कॉलेज टीकमगढ़

वाईट /3 महेंद्र नायक प्राचार्य शासकीय महाविद्यालय टीकमगढ़

वाइस ओबर / टीकमगढ़ जिले में स्वछता अभियान की खुले आम धज्जिया उड़ाई जा रही है टीकमगढ़ जिले के विधि कॉलेज में यहां पर पड़ने बाली बच्चियों को टॉयलेट की तक व्यवस्था नही है यह कॉलेज देश का पहला ऐसा विधि कालेज होगा जहां पर इसमे पड़ने बाली लड़कियों को टॉयलेट की व्यबस्था नही है और आधा सैकड़ा लड़कियों को खुले में बोसरूम जाना पड़ता है और जब टॉयलेट न होने की शिकायत बच्चो ने 181 पर काफी समय पहिले की गई थी तो यहां के प्रबंधन ने बच्चियों के लिए कालेज केम्पस के बाजू में 4 लकड़ियां लगवाकर टाट फट्टियों का बाथरूम बनवाया था लेकिन अब टाट फट्टियों का टॉयलेट भी नही बचा इसलिए यहां पर विधि कॉलेज में पड़ने बाली बच्चियों को काफी परेसानी का सामना करना पड़ता है और सिकायत करने पर भी कोई कार्यवाही नही होती है यहां के तमाम बच्चियों ने अपनी समस्या हमे बताई और कहा कि जहां तो एक ओर स्वछता को लेकर लाखो करोड़ो रुपया पानी की तरह बहाया जा रहा है और इस कॉलेज की बच्चियों को टॉयलेट तक नही जो बड़े ही शर्म की बात है इस कालेज में 200 स्टूडेंट है जिनमे 50 लडकिया है और 150 लड़के लेकिन लड़कों को भी यहापर टॉयलेट नही है जिससे सभी को परेसानी होती है


Conclusion:टीकमगढ़ के इस विधि कॉलेज में टॉयलेट के बाद बच्चो को पीने के पानी की भी समुचित व्यबस्था नही है जिससे बच्चो को हेण्डपम्प का जंग लगा पानी पीना पड़ता है बच्चो की मांग है कि उनको आरओ का पानी की व्यबस्था की जाबे जिससे बच्चे गन्दा पानी पीकर बीमार न हो लेकिन आपने पूरे देश मे ऐसा अनोखा कॉलेज नही देखा होगा जहाँ पर लड़कियों को टॉयलेट की व्यबस्था न हो और टाट फट्टियों का टॉयलेट हो जो एक कॉलेज प्रबंधन के लिए बड़ी ही शर्म की बात है खुले में बोसरूम जाने पर कभी भी इन लड़कीयो के साथ कोई भी अप्रिय घटना घटित हो सकती है मगर फिर भी कॉलेज प्रबंधन मानने को तैयार नही ओर यहां के प्राचार्य कहना रहा कि टॉयलेट ओर पानी की पर्याप्त व्यबस्था है और अगले साल यह कॉलेज नई विल्डिंग में शिफ्ट होगा और वह टॉयलेट का न होना और पानी की बात को न मानकर अपनी गलतियां छिपाते रहे वही बच्चो कहना रहा कि की जो विधि कालेज है यह सागर सम्भाग का एक मात्र विधि कॉलेज है लेकिन यह बन्द होने कु कगार पर है इसका कई सालो से बार कौंसिल ऑफ इंडिया से रजिस्ट्रेशन नही हुआ है जिससे इसमे पड़ रहे सेकड़ो बच्चो का भविष्य खतरे में है और इस कॉलेज में लड़कियों को टॉयलेट न होने से उन्होंने अपनी आवाज बुलंद की है
Last Updated : Apr 6, 2019, 12:07 AM IST
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