टीकमगढ़। व्यापरियों ने जिला प्रशासन पर तानाशाही करने का आरोप लगाया है, उन्होंने कहा कि कलेक्टर ने जानबूझकर व्यापारियों को परेशान करने की मंशा से जवाहर चौक बाजार को कंटेनमेंट एरिया बनाया है. यहां पर एक कोरोना पॉजिटिव मरीज मिलने से 30 से 40 दुकानदार परेशान हो रहे हैं, उनका व्यापार पूरी तरह से चौपट हो गया है.
बता दें, ये बाजार के साथ-साथ आम रास्ता था, जहां से प्रतिदिन हजारों लोग निकलते थे, लेकिन इस रोड को बंद करवा दिया गया, जिससे यहां और आसपास के लोग परेशान हो रहे हैं. सबसे ज्यादा कपड़ा व्यापारी परेशान हैं, 3 दिन से लगातार बाजार का मेन रोड बंद होने से व्यापारियों और खरीददारों को नुकसान और परेशानी हो रही है.
टीकमगढ़ शहर का जवाहर चौक प्रमुख बाजार है, जो मुख्य रुप से प्रभावित हो रहा है. इस चौक पर दोनों तरफ बेरीकेट्स लगाकर जवाहर मार्ग को पूरी तरह से बंद कर दिया गया है. व्यापारियों का कहना है कि प्रशासन की ये कार्रवाई गलत है, इसके पहले भी बाजार में कई कोरोना मरीज निकले हैं, लेकिन बाजार के रास्ते को बचाकर सिर्फ मरीज के घर के आसपास ही कंटेनमेंट एरिया बनाकर सील किया जाता था. ऐसे तमाम उदाहरण हैं, जिसमें पापोरा चौक, मिश्रा तिराहा, HDFC बैंक के पास लुकमान चौक आदि जगहों पर मरीज निकले थे, लेकिन पूरा रास्ता और बाजार को बंद न कर सिर्फ मरीजों के घरों के सामने बेरिगेटिंग की गई थी, व्यापारियों का कहना है कि जिला प्रशासन जानबूझकर लोगों को परेशान करने में जुटा हुआ है.
टीकमगढ़ के व्यापारियों कहना है कि 5 माह से कोरोना महामारी के चलते लगे लॉकडाउन में बाजार बंद रहे और व्यापार की हालत काफी खराब है. लॉकडाउन खुलने पर कुछ उम्मीद जागी थी, लेकिन वह जिला प्रशासन के चलते फिर परेशानी हो रहे हैं. सभी व्यापारियों ने कहा कि यदि यह बाजार और रास्ते को कल तक नहीं खोला गया तो व्यापारी मिलकर बेरिगेट्स हटाकर बाजार खोलने को मजबूर होंगे.
इस मामले में टीकमगढ़ एसडीएम का कहना है कि 'लोगों की समस्या आप से पता चली है, यदि कोविड की गाइडलाइन में ऐसा होगा तो निश्चित तौर पर बाजार का रास्ता खोलकर सिर्फ मरीज के घर को सील किया जाएगा.'