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टीकमगढ़: शिवधाम कुंडेश्वर को विश्व पटल पर लाने की तैयारी, कलेक्टर ने की पहल

टीकमगढ़ जिले के शिवधाम कुंडेश्वर में चमत्कारिक शिवलिंग विराजमान हैं, वहीं अब इस स्थान को विश्व पटल पर लाने के लिए जिला कलेक्टर ने विशेष पहल की है.

Collector took special initiative to bring Shivdham to the world stage
शिवधाम को विश्व पटल पर लाने की तैयारी
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Published : Feb 3, 2020, 12:34 PM IST

Updated : Feb 3, 2020, 12:58 PM IST

टीकमगढ़। जिले में आस्था का केंद्र शिवधाम कुंडेश्वर में भगवान भोले नाथ का चमत्कारिक शिवलिंग विराजमान है. सैकड़ों साल पहले जमीन से प्रकट हुआ ये शिवलिंग, जो प्रतिवर्ष चावल के आकार का मोटा होता है और बढ़ता भी है. जहां हर जगह से लोग इसके दर्शन करने आते हैं, वहीं इस धार्मिक स्थान को विश्व पटल पर लाने के लिए जिला कलेक्टर ने विशेष पहल की है और क्षेत्र के विकास को लेकर कलेक्टर ने जिला पंचायत सीईओ के निर्देशन पर एक समिति का गठन किया गया, जिसमें तहसीलदार, एस डी एम, ओर सभी विभागों के अधिकारियों को शामिल किया गया.

शिवधाम को विश्व पटल पर लाने की तैयारी

ये समिति 10 दिनों के अंदर जाकर इस क्षेत्र का भ्रमण कर यहां पर विकास की संभावनाओं को खोजेगी और यहां के लोगों से संपर्क कर सुझाव लेगी और विकास को लेकर धार्मिक और पर्यटन के हिसाब से विकास का प्लान बनाकर कलेक्टर को दी जाएगी. जिसके बाद कलेक्टर द्वारा योजना बना कर राज्य सरकार को सौंपी जाएगी.

जहां इस धाम का कायाकल्प होने जा रहा है वहीं लोगों ने अपनी राय देना भी शुरु कर दिया है. लोगों का कहना है कि जंगल के पास बरीघाट के पास दो नदियों का संगम है, जिसमें जामुनी नदी और जमदार नदी मिलती है, वहां पर संगम घाट बनाया जाए क्योंकि हिंदू समाज में घाटों का काफी महत्व है, साथ ही इससे सुंदरता बढ़ेगी.

टीकमगढ़। जिले में आस्था का केंद्र शिवधाम कुंडेश्वर में भगवान भोले नाथ का चमत्कारिक शिवलिंग विराजमान है. सैकड़ों साल पहले जमीन से प्रकट हुआ ये शिवलिंग, जो प्रतिवर्ष चावल के आकार का मोटा होता है और बढ़ता भी है. जहां हर जगह से लोग इसके दर्शन करने आते हैं, वहीं इस धार्मिक स्थान को विश्व पटल पर लाने के लिए जिला कलेक्टर ने विशेष पहल की है और क्षेत्र के विकास को लेकर कलेक्टर ने जिला पंचायत सीईओ के निर्देशन पर एक समिति का गठन किया गया, जिसमें तहसीलदार, एस डी एम, ओर सभी विभागों के अधिकारियों को शामिल किया गया.

शिवधाम को विश्व पटल पर लाने की तैयारी

ये समिति 10 दिनों के अंदर जाकर इस क्षेत्र का भ्रमण कर यहां पर विकास की संभावनाओं को खोजेगी और यहां के लोगों से संपर्क कर सुझाव लेगी और विकास को लेकर धार्मिक और पर्यटन के हिसाब से विकास का प्लान बनाकर कलेक्टर को दी जाएगी. जिसके बाद कलेक्टर द्वारा योजना बना कर राज्य सरकार को सौंपी जाएगी.

जहां इस धाम का कायाकल्प होने जा रहा है वहीं लोगों ने अपनी राय देना भी शुरु कर दिया है. लोगों का कहना है कि जंगल के पास बरीघाट के पास दो नदियों का संगम है, जिसमें जामुनी नदी और जमदार नदी मिलती है, वहां पर संगम घाट बनाया जाए क्योंकि हिंदू समाज में घाटों का काफी महत्व है, साथ ही इससे सुंदरता बढ़ेगी.

Intro:एंकर इंट्रो / टीकमगढ जिले का विश्व प्रशिद्ध शिवमंदिर कुंडेश्वर को बिश्व पटल पर लाने को लेकर धार्मिक ओर पर्यटन को लेकर किया जावेगा विकाश जिला प्रशासन ने विकास को लेकर बनाई समिति


Body:वाईट /01 श्रीमती हरिष्का सिंह कलेक्टर टीकमगढ़

वाईट /02 मृत्युंजय दीक्षित ग्रामीण कुंडेश्वर

वाईट /03 चंदन सिंह सरपंच ग्राम पँचायत कुंडेश्वर

वाइस ओबर / बुन्देलखण्ड का ओर टीकमगढ जिले के आस्था केंद्र शिवधाम कुंडेश्वर में भगवान भोले नाथ का चमत्कारिक शिवलिंग बिराजमान है !सैकड़ों सालो पहिले जमीन से प्रकट हुआ था यह शिवलिंग प्रतिवर्ष चावल के आकार का मोटा होता है !और ओर बढ़ता भी है !जहां पर भारतवर्ष से लोग दर्शनों के लिए आते है !इस धार्मिक स्थान को बिश्व पटल पर लाने के लिए जिला कलेक्टर के द्वारा बिसेस पहल की जा रही है !और इस क्षेत्र के विकास को लेकर कलेक्टर ने जिला पंचायत सी ई ओ के निर्देशन पर एक समिति का गठन किया गया जिसमें तहसीलदार, एस डी एम, ओर सभी विभागों के अधिकारियों को शामिल किया गया है !यह समिति 10 दिनों के अंदर जाकर इस क्षेत्र का भ्रमण कर यहां पर विकास की सम्भावनाओ को खोजेगी ओर यहां के लोगो से सम्पर्क कर सुझाव लेगी ओर फिर खुद विकास को लेकर धार्मिक और पर्यटन के हिसाव से यहां पर विकास का प्लान बनाकर कलेक्टर को देगी और फिर कलेक्टर सारी योजना बनाकर राज्य शासन को सौपेगी ओर आध्यात्मिक बिभाग ओर टूरिज्म बिभाग को सौपकर बजट की भी मांग करेगी जिसको लेकर जिला प्रशासन सक्रिय हो चला है !और जल्द ही शिवधाम कुंडेश्वर नगर का कायाकल्प होने जा रहा है !तो वही लोगो ने अपनी अपनी राय रखना भी सुरु कर दिया कि विकाश में क्या क्या बेहतर होगा तो वही लोगो का कहना रहा की जंगल के पास बरीघाट के पास दो नदियों का संगम है !जिसमे जामुनी नदी और जमदार नदी मिलती है !वहां पर संगम घाट बनाया जाबे क्योकि हिन्दू धर्मो में संगम घाटों का बड़ा महत्व होता है !!वही बताया गया कि जामुनी नदी पर अमरनाथ घाट है !तो वहा पर अमरनाथ धाम बनाया जाबे जिससे देश और विदेशी पर्यटकों को लुभाया जा सके और वही नदी और कुंड के घाटों को सुदर ओर आकर्षक बनाया जाबे जिससे नदियों और घाटों की सुंदरता बढ़ सके और लोग आकर्षित हो सके






Conclusion:टीकमगढ जिले के इस पवित्र नगरी शिवधाम कुंडेश्वर में विकास की पर्याप्त सम्भावनाये है !जिसमे बहुत बड़ा जंगल है !और इसमे काफी जानवर है !और जंगल के चारो ओर नदिया है !इसके चलते इस एरिया को सेंचुरी के रूप में डब्लप कर सकते है !और जमदार नदी में काफी छोड़ा मैदान है !जिसको वोटिंग के लिये चयनित कर सकते है !जिससे देशी ओर विदेशी पर्यटकों को लुभाने के लिए यह बेहतर पोवाइन्ट हो सकता है !और यहां पर राजा महाराजा के समय के बाग बगीचे है !और 18 वी सदी की कला कृतियां भी है !और रानी का महल आदि को विकसित कर पर्यटन से जोड्सकते है !जिससे विदेशी सैलानियों को यहां पर लयज सके वही आकर्षक पार्क बनाएं जा सकते है !और टीकमगढ़ जिला मुख्यालय से कुंडेश्वर मन्दिर तक सड़को पर आकर्षिक लाइटिंग व्यबस्था से लोगो को टीकमगढ से कुंडेश्वर तक आने जाने में समस्या नही होगी और लोग आसानी से शिवधाम पहुँचसकते है !देशी ओर विदेशी इसके आलावा राजशाही और भी कई पोवाइन्ट है !जिससे कुंडेश्वर को जोड़कर विश्व पटल पर ओरछा जैसे लाया जा सकता है !यहा पर मकरसंक्राति ओर शिवरात्रि पर बुन्देलखण्ड स्तरीय आयोजन भी किये जाते है !और अन्तरज्जिय मेलो का भी आयोजन किया जाता है !यदि इस शिवधाम का विकास कर इसे विश्व पटल पर लाया जाबे तो इस जिले में भी विकास की सम्भावनाये होगी और लोगो को रोजगार भी मिलेंगे

Last Updated : Feb 3, 2020, 12:58 PM IST
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