ETV Bharat / state

एकलव्य अवॉर्ड के लिए चुनी गईं शिवांगी, सॉफ्टबॉल में जीते हैं कई मेडल - एकलव्य अवॉर्ड

शिवांगी वर्मा बचपन से ही सॉफ्टबॉल खेलने का शौंक है और इसी से उन्होंने कई प्रतियोगिताओं को जीता है. शिवांगी के माता-पिता ने उसे खेलने के लिए बाहर भेजा और सपोर्ट किया. शिवांगी को मध्यप्रदेश सरकार ने एकलव्य अवॉर्ड के लिए चुना है.

Won medal in softball
सॉफ्टबॉल में जीते हैं कई मैडल
author img

By

Published : Aug 29, 2020, 7:47 PM IST

Updated : Aug 30, 2020, 4:42 PM IST

टीकमगढ़। कहते हैं कि जब हौसले बुलंद हों तो सफलता जरूर मिलती है. जिले की बेटी शिवांगी वर्मा ने जिले के साथ परिवारवालों का नाम भी रोशन किया है. शिवांगी को मध्यप्रदेश शासन ने एकलव्य अवॉर्ड के लिए चुना है. शिवांगी वर्मा एक सॉफ्टबॉल खिलाड़ी हैं, जो 2009 से सॉफ्टबॉल खेल रहीं हैं. शिवांगी की मां ने बताया कि जब वह 8 साल की थीं, तभी से उसको सॉफ्टबॉल खेलने का शौंक हो गया था, उसकी इस इच्छा को उन्होंने सम्मान किया और मोटिवेट कर खेलने के लिए बाहर भी भेजा.

एकलव्य अवॉर्ड के लिए चुनी गईं शिवांगी

कोच के सहयोग और जिला प्रशासन की मदद से 2010 में शिवांगी संभागीय स्तर की प्रतियोगिता में सागर खेलने गईं और जीत हासिल की. स्टेट लेवल की प्रतियोगिता में 2010 में ही भोपाल गईं और 2012 में नेशनल में अवॉर्ड जीता. शिवांगी ने 2016 में अंतराष्ट्रीय कॉम्पटीशन में चाइना गईं और वहां पर भी उन्होंने ग्राउंड पर अपने खेल का जौहर दिखाया और सफल होकर लौटीं.

शिवांगी वर्तमान में कॉलेज की स्टूडेंट हैं. शिवांगी के पिता केबल ऑपरेटर और मां आंगनबाड़ी में सहायिका के पद पर हैं. शिवांगी वर्मा की 2 बहनें और एक भाई है. एकलव्य अवॉर्ड मिलने से परिजन खुश हैं. शिवांगी के माता-पिता का कहना है कि बच्चों को जो भी करना हो उसे करने दें, उनके सपनों को पूरा करने में सहयोग करें.

टीकमगढ़। कहते हैं कि जब हौसले बुलंद हों तो सफलता जरूर मिलती है. जिले की बेटी शिवांगी वर्मा ने जिले के साथ परिवारवालों का नाम भी रोशन किया है. शिवांगी को मध्यप्रदेश शासन ने एकलव्य अवॉर्ड के लिए चुना है. शिवांगी वर्मा एक सॉफ्टबॉल खिलाड़ी हैं, जो 2009 से सॉफ्टबॉल खेल रहीं हैं. शिवांगी की मां ने बताया कि जब वह 8 साल की थीं, तभी से उसको सॉफ्टबॉल खेलने का शौंक हो गया था, उसकी इस इच्छा को उन्होंने सम्मान किया और मोटिवेट कर खेलने के लिए बाहर भी भेजा.

एकलव्य अवॉर्ड के लिए चुनी गईं शिवांगी

कोच के सहयोग और जिला प्रशासन की मदद से 2010 में शिवांगी संभागीय स्तर की प्रतियोगिता में सागर खेलने गईं और जीत हासिल की. स्टेट लेवल की प्रतियोगिता में 2010 में ही भोपाल गईं और 2012 में नेशनल में अवॉर्ड जीता. शिवांगी ने 2016 में अंतराष्ट्रीय कॉम्पटीशन में चाइना गईं और वहां पर भी उन्होंने ग्राउंड पर अपने खेल का जौहर दिखाया और सफल होकर लौटीं.

शिवांगी वर्तमान में कॉलेज की स्टूडेंट हैं. शिवांगी के पिता केबल ऑपरेटर और मां आंगनबाड़ी में सहायिका के पद पर हैं. शिवांगी वर्मा की 2 बहनें और एक भाई है. एकलव्य अवॉर्ड मिलने से परिजन खुश हैं. शिवांगी के माता-पिता का कहना है कि बच्चों को जो भी करना हो उसे करने दें, उनके सपनों को पूरा करने में सहयोग करें.

Last Updated : Aug 30, 2020, 4:42 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.