टीकमगढ़। जिले में कोरोना वायरस से बचाव के लिए लॉकडाउन लगाया गया था. जिसमें बाजार बंद थे. किराना की दुकानों को खोलने के लिए समय-समय पर छूट दी गई थी. वायरस फैलने के डर से सैलून की दुकानों को टोटल बंद किया गया था. रोज कमाकर घर चलाने वाले इन नाइयों की आर्थिक हालत काफी खराब हो चुके थे.
दो महीने से बंद दुकानों से इन नाइयों के चेहरे की चमक चली गई थी. इनकी आय का जरिया सिर्फ सैलून है, जिसका शटर डाउन कर लॉक लगा हुआ था. जिला प्रशासन ने जिले के सभी सैलून संचालकों की हालत देखते हुए दुकान खोलने के निर्देश दिए हैं. आज इन नाइयों की जिंदगी की पटरी फिर से लौट आई है.
लोगों को भी हेयर कटिंग और सेविंग करने में परेशानी हो रही थी, लोग बिना हजामत के रहने को मजबूर हो गए थे. लोग दाड़ी नहीं बनाने से साधु बाबा से कम नजर नही आ रहे थे. दुकानों को खोलने के निर्देश मिलते ही इन लोगों की आंखों में चमक आ गई. सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए दुकानों को खोला गया. सैलून मालिकों ने दाढ़ी बनाने के सामान को साफ और सेनिटाइज कर हजामत बनाना शुरू कर दिया. बता दें कि टीकमगढ़ में संक्रमण से बचाव के लिए लॉकडाउन लगाया गया था.