टीकमगढ़। जिला अस्पताल में आज राष्ट्रीय फाइलेरिया दिवस मनाया गया. जिसमें भारत सरकार के फाइलेरिया प्रतिनिधि और भोपाल के अधिकारी मौजूद रहे. इस मौके पर डॉक्टर्स ने बताया कि फाइलेरिया को हाथी पांव भी कहते हैं. यह एक खतरनाक बीमारी है, लेकिन मेबेंडाजोल की दवाई के सेवन से इससे बचा जा सकता है.
कार्यक्रम में आए डॉक्टर्स ने बताया कि यह बीमारी स्वस्थ लोगों को होती है, बीमार लोगों को नहीं. इसलिए इस बीमारी से बचने के लिए सभी को दवाई खाना चाहिए. इस बीमारी में पैर काफी मोटा और भारी हो जाता है, जिससे चलने में परेशानी होती है. वहीं डॉक्टर्स ने बताया कि गर्भवती महिलाओं और दो साल से कम आयु के बच्चों को यह दवाई नहीं खाना चाहिए.
चिकित्सा अधिकारी ने बताया कि फाइलेरिया अभियान 27 फरवरी से 1 मार्च तक चलेगा, जिसका मकसद 14 लाख लोगों को दवाई खिलाने का है. साथ ही बताया कि दवा खाने के बाद चक्कर और उल्टियां जैसे साइड इफेक्ट सामने आते हैं, लेकिन इससे कोई नुकसान नहीं होगा, क्योंकि फाइलेरिया के कीटाणु होने पर यह प्रतिक्रिया होती है.