टीकमगढ़। आज महिलाएं किसी पुरुष से कम नहीं हैं और वह छोटे-छोटे उद्योग धंधे लगाकर अपने पैरों पर खड़ी हो रही हैं. महिला समूहों की इन्हीं प्रतिभाओं को आमजनमानस तक पहुंचाने के लिए शहरी आजीविका मिशन के अंतर्गत एक मेले का आयोजन किया गया, जिसमें महिला समूहों के द्वारा बनाए उत्पादों को प्रदर्शित किया गया. इस दौरान उत्सव भवन में सैकड़ों की संख्या में महिलाओं ने भाग लिया. वहीं महिलाओं द्वारा लगाए गये स्टालों का कलेक्टर ने खुद निरीक्षण किया और उनकी तारीफ की. इसके साथ ही 40 महिला समूहों को एक लाख के ऋण प्रमाण पत्र बांटे गए.
इस मेले में करीब 10 महिला समूहों ने अपने बनाए उत्पादों के स्टॉल लगाए. मेले का निरीक्षण करने के बाद कलेक्टर ने कहा कि महिलाएं बेहतर काम कर रही हैं. अभी उनको और आगे बढ़ाने की जरूरत है. जिससे महिलाएं आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बन सके. उन्होंने कहा कि महिलाओं के उत्पादों के लिए बाजार दिलाने की जरूरत है, इसके लिए शहर में ही महिलाओं को एक चौपाटी बाजार दिलाया जाएगा. जिससे महिलाएं अपने उत्पादों को बेचकर आर्थिक रूप से मजबूत बन सके.
महिलाओं ने कहा कि उन्हें पहले भी ऋण मिले हैं. जिससे उनकी आर्थिक हालत में सुधार हुआ है. वहीं कुछ महिला समूहों ने बड़े ऋण की इच्छा जताई है. महिलाओं ने हर क्षेत्र में अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया है, यदि सरकार उन्हें आर्थिक सहायता देती है तो निश्चित तौर पर वह बुलंदियों को छू लेंगी.