टीकमगढ़। जहां पूरे देश में कोरोना वायरस को लेकर हड़कम्प मचा हुआ है और लोग परेशान हैं. वहीं कई लोग विदेश यात्राओं में जाने से भी कतरा रहे हैं. लोगों में भय का माहौल बना हुआ है. देश में कोरोना के मरीज देखे जा रहे हैं तो वहीं मध्यप्रदेश भी कोरोना वायरस के मरीज मिले हैं. लेकिन इतनी बड़े संक्रमण से फैलने वाली बीमारी का मेडिकल साइंस में इसको रोकने के लिए कोई दवा नहीं बनी.
कोरोना से बचने के लिए बड़ी सफलता
आयुष विभाग के डॉक्टरों ने देश और विदेश के मेडिकल साइंस को पीछे छोड़ते हुए वह काम कर दिखाया. जिसकी किसी ने कभी भी उम्मीद भी नही की थी. डॉक्टरों ने दिल्ली, भोपाल, इंदौर, नागपुर, कानपुर हैदराबाद समेत सभी जगहों के मेडिकल साइंस को पीछे छोड़ते हुए कोरोना वायरस से निपटने के लिए दवा खोज निकाली है. यह एक अचूक दवा है जिसके सेवन करने पर ही कोरोना वायरस को भगाने में समय नहीं लगेगा और इस दवा को पीने से कोरोना वायरस खत्म हो जाएगा. आयुष अस्पताल में इसका औषधियों से निर्माण किया गया है, इस दवा में 12 प्रकार की जड़ी बूटियों को मिलाकर एक विशेष प्रकार का काढ़ा बनाया गया है. जिसे पीने से कोरोना वायरस इंसान के शरीर को कोई भी हानि नही पहुंचा सकता है. इस काढ़े को प्रतिदिन सैंकड़ो मरीजों को पिलाया जाता है, जो भी मरीज आयुष अस्पताल में अपनी बीमारियों का इलाज करवाने आते हैं.
दवा बनाने वाले डॉक्टर
इस दवा का अविष्कार अशोक उपाध्याय के निर्देशन में किया गया है, जिसमें डॉक्टर राजेन्द्र अहिरवाल, डॉक्टर मुकेश यादव और विजय सिंह और जगदीश पैरामेडिकल स्टाफ ने मिलकर इस दवा की खोज की है.
इस तरह बनती है ये दवा
इस काढ़े को बनाने में गिलोय, तुलसी, त्रिकटु सोंठ, काली मिर्च, हल्दी, वासापत्र, निर्गुन्डी,पीपली, गुड़, इन सभी को पीस कर काढ़ा बनाया जाता है. सर्दी जुकाम, खासी के मरीजों को ये पिलाया जा रहा जिससे उनपर कोरोना वायरस प्रभाव न डाल सके.