टीकमगढ़। उत्तरप्रदेश के हाथरस में दलित समाज की बेटी के साथ चार दरिंदों ने समूहिक दुष्कर्म कर उसकी रीढ़ और गले की हड्डियां तोड़कर हत्या कर दी थी, लेकिन योगी सरकार इतनी बड़ी वारदात होने के बावजूद पीड़िता के परिजनों के साथ अन्याय कर रही है, यही नहीं उनको धमकाया भी जा रहा है, उस बेटी को न्याय दिलाने के लिए आज टीकमगढ़ जिले के तमाम दलित संगठन सतगुरु संत रविदास कल्याण समिति के बैनर तले एक जुट होकर कलेक्ट्र्रेट पहुंचे, और सभी ने राष्ट्रपति के नाम अपर कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा, चारों आरोपी संदीप, रामु, लवकुश और रवि ठाकुर को फांसी की सजा दिलाने की मांग करते हुए प्रदर्शन किया.
ज्ञापन देने तकरीबन 6 संगठन पहुंचे. सभी ने हाथरस कांड की जमकर निंदा की. उन्होंने कहा कि योगी राज में उत्तरप्रदेश में महिलाएं और बेटियां सुरक्षित नहीं हैं. हाथरस की दलित लड़की के साथ दिन दहाड़े चार लोगों ने अपहरण कर सामूहिक बलात्कार किया और फिर उसकी रीढ़ और गर्दन की हड्डियां तोड़ दी, और जीभ भी काट डाली गई.जिससे यह किसी को बताने लायक न रहे और फिर उसकी हत्या कर दी गई, पुलिस ने अपनी करतूतों को छिपाने के लिए उस लड़की के डेड बॉडी का रात में अंतिम संस्कार कर दिया गया.
पीड़िता की बॉडी उसके परिजनों को न देकर खुद पुलिस ने जलाकर तानाशाही की, और आरोपियों पर वैधानिक कार्रवाई न कर पुलिस और योगी को बचाने में जुटे हैं.सभी ने उत्तरप्रदेश सरकार को बर्खास्त कर वहां पर राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग की.
संगठन के नेताओं का कहना है कि बलरामपुर में युवती के साथ दुष्कर्म उसकी हत्या की गई थी. कानपुर देहात की दलित बेटी और खरगोन में एक नाबालिक बेटी के साथ और सागर दमोह और भोपाल में दलित बेटियों के साथ अन्याय अत्याचार हो रहा जिनको सजा मिलनी चाहिए.