टीकमगढ़। कोरोना काल के चलते ओरछा में स्थित रामराजा मंदिर को जिला प्रशासन ने बंद रखा था. हाल ही में कलेक्टर अक्षय सिंह ने आदेश किया था कि यह मंदिर 7 अगस्त 2020 से खोला जाएगा. बुंदेलखंड की अयोध्या कही जाने वाली नगरी ओरछा में 500 साल से भगवान राम राजा के रूप में पूजे जा रहे हैं.
इधर 5 अगस्त 2020 को अयोध्या में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राम मंदिर निर्माण कार्य का शिलान्यास करेंगे. इसी क्रम में ओरछा की जन भावनाओं को देखते हुए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ट्वीट करके जानकारी दी है कि, 'यह मंदिर भी 5 अगस्त 2020 को विशेष रूप से खोले जाएंगे.' हालांकि उन्होंने लोगों से अपील की है कि, 'ओरछा निवासी अपने घरों में ही रहकर दीप जलाकर जन कल्याण की कामना करें'.
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राम राजा की जय!
— Shivraj Singh Chouhan (@ChouhanShivraj) August 2, 2020 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
ओरछा में श्री रामराजा विराजते हैं,ये ही राजा हैं प्रदेश के।
4 व 5 अगस्त को रामराजा मंदिर को विशेष रूप से सजाया जायेगा और पुजारीगण द्वारा विशेष पूजा-अर्चना की जायेगी। #COVID19 संक्रमण न फैले,इसके लिए सभी ओरछावासी घर पर ही रहकर रामराजा की आराधना कर दीपोत्सव मनाएँ। pic.twitter.com/PybN04YUFU
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— Shivraj Singh Chouhan (@ChouhanShivraj) August 2, 2020
ओरछा में श्री रामराजा विराजते हैं,ये ही राजा हैं प्रदेश के।
4 व 5 अगस्त को रामराजा मंदिर को विशेष रूप से सजाया जायेगा और पुजारीगण द्वारा विशेष पूजा-अर्चना की जायेगी। #COVID19 संक्रमण न फैले,इसके लिए सभी ओरछावासी घर पर ही रहकर रामराजा की आराधना कर दीपोत्सव मनाएँ। pic.twitter.com/PybN04YUFUराम राजा की जय!
— Shivraj Singh Chouhan (@ChouhanShivraj) August 2, 2020
ओरछा में श्री रामराजा विराजते हैं,ये ही राजा हैं प्रदेश के।
4 व 5 अगस्त को रामराजा मंदिर को विशेष रूप से सजाया जायेगा और पुजारीगण द्वारा विशेष पूजा-अर्चना की जायेगी। #COVID19 संक्रमण न फैले,इसके लिए सभी ओरछावासी घर पर ही रहकर रामराजा की आराधना कर दीपोत्सव मनाएँ। pic.twitter.com/PybN04YUFU
अयोध्या में राम मंदिर निर्माण शुरू होने से देश-दुनिया के साथ प्रदेश के बुंदेलखंड की अयोध्या कहे जाने वाले ओरछा में विशेष उल्लास है. ऐसी मान्यता है कि करीब 500 साल पहले यहां भी अयोध्या से आए प्रभु राम के लिए भव्य मंदिर बनवाया गया था.मंदिर के पुजारी विजय गोस्वामी के मुताबिक प्रतिदिन रात में संध्या की आरती होने के बाद ज्योति निकलती है, जिसे पास में स्थित पाताली हनुमान मंदिर ले जाई जाती है. मान्यता है कि ज्योति के रूप में भगवान राम को हनुमान मंदिर ले जाया जाता है, जहां से हनुमान सोने के लिए प्रभु राम को अयोध्या ले जाते हैं.