टीकमगढ़। जिले में आयुष विभाग के पूर्व अधिकारी ने प्रदेश सरकार द्वारा आयुष विभाग के चिकित्सकों और कर्मचारियों के साथ भेदभाव करने का आरोप लगाया है. अशोक कुमार उपाध्याय का आरोप है कि सीएम शिवराज सिंह काम करने वालों की कदर नहीं करते हैं. और काम करने वालों का मनोवल गिराते हैं. जिससे आज प्रदेश के हजारों आयुष अधिकारी और कर्मचारी प्रदेश सरकार की नीति के शिकार हो रहे हैं.
टीकमगढ़ जिले के पूर्व आयुष अधिकारी अशोक कुमार उपाध्याय का कहना है कि 'टीकमगढ़ जिले में उन्होंने और उनके पूरे स्टॉफ ने जी तोड़ मेहनत की है, और जिले के लोगों को जीवन अमृत योजना के तहत टीकमगढ़ और निवाड़ी जिले में सात लाख लोगों को घर-घर जाकर विभाग द्वारा त्रिकुटु चूर्ण और काढ़ा बांटा गया है. इतना ही नहीं विभाग के चिकित्सकों और कर्मचारियों ने नब्बे हजार से ज्यादा प्रवासी मजदूरे के सैंपल भी लिए. आयूष विभाग भी अन्य विभागों की तरह कोरोना काल में अपनी जान जोखिम में डालकर काम कर रहा है, लेकिन सीएम की तरह से उन्हें कोई सम्मान नहीं दिया जा रहा है.'
इतना ही नहीं अशोक कुमार उपाध्याय ने कहा है कि 'प्रदेश के हजारों आयुष अधिकारी और कर्मचारी सीएम शिवराज सिंह चौहान की दमनकारी नीति के शिकार हो रहे हैं,जिसके चलते अब आयुष संघ प्रदेश स्तर पर मुख्यमंत्री के खिलाफ आंदोलन करने की चेतावनी दी है. उनका कहना है की संक्रमण काल में आयुष विभाग के डॉक्टर फ्रंटलाइन में काम रहे थे, फिर मुख्यमंत्री की दमनकारी नीति के तहत आयुष विभाग की उपेक्षा की गई है.