टीकमगढ़। सांसद डॉक्टर वीरेंद्र कुमार खटीक ने लोकसभा में बुन्देलखंड के टीकमगढ़ जिले में उद्योग खोलने की मांग उठाई है. सांसद ने लोकसभा में अपनी बात रखते हुए कहा कि टीकमगढ़ व्यापार और उद्योग की दृष्टी से काफी पिछड़ा है. यहां पर टमाटर, लहसून, अदरक, मूंगफली और सफेद मुसली का व्यापक तौर पर उत्पादन होता है. इसके साथ ही साथ यहां पर बड़ी मात्रा में दलहन और तिलहल का व्यापाक तौर पर उत्पादन होता है. सांसद वीरेंद्र खटीक ने कहा कि लेकिन यहां पर कृषि आधारित उद्योग स्थापित नहीं होने और खाद्य प्रसंस्करण उद्योग ना होने से, यहां के स्थानीय लोग रोजगार के लिए दूसरे राज्यों में पलायन कर जाते हैं.
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उन्होंने मांग करते हुए कहा कि मेरे क्षेत्र में कृषि आधारित उद्योग और खाद्य प्रसंस्करण उद्योग लगाए जाने से यहां के लोगों के लिए रोजगार के अवसर बढ़ेंगे. उन्होंने लोकसभा के माध्यम से केंद्र सरकार से अनुरोध किया है कि सरकार क्षेत्र में सर्वे कराकर टीकमगढ़ और निवाड़ी में उत्पादन होता है. लेकिन बुन्देलखंड वो जगह है जहां पर दो या तीन साल पर सूखा पड़ता है. सांसद ने सांसद में मांग कर कहा कि बुंदेलखंड के टीकमगढ़, निवाड़ी और छतरपुर जिलों में उद्योग धंधे लगाए जाएं, जिससे यहां के लोगों को यही पर पेट भरने को रोटी मिल सके.
लोकसभा में अपनी मांग उठाते हुए सांसद डॉक्टर वीरेंद्र कुमार खटीक ने कहा कि यहां पर खाद्य प्रसंस्करण उद्योग लगने से लोगों की समस्या दूर होगी. क्योंकि यहां पर हर एक साल छोड़कर सुखा पड़ता जिससे लोग टूट जाते हैं.