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दो दिन की बारिश ने खोली सहकारी समितियों की पोल, करोड़ों की धान हुई गीली

सिंगरौली में सहकारी समितियों की लापरवाही से हजारों टन धान बारिश से गीला हो गया है और शासन को करोड़ों रुपये का नुकसान हुआ है. यह घटना समितियों और धान खरीदी केन्द्रों पर धान को बारिश से बचाने के पर्याप्त इंतजाम नहीं होने के कारण हुई है.

Two days of rain exposed the cooperative societies
दो दिन की बारिश ने खोली सहकारी समितियों की पोल
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Published : Dec 17, 2019, 12:01 AM IST

सिंगरौली। जिले में दो दिन की बारिश ने सहकारी समितियों की व्यवस्थाओं की पोल खोल दी है. जिसमें बारिश के चलते हजारों टन धान भीग गया है और शासन को करोड़ों रुपये का नुकसान हुआ है. यह घटना समितियों और धान खरीदी केन्द्रों पर धान को बारिश से बचाने के पर्याप्त इंतजाम नहीं होने के कारण हुई है.

दो दिन की बारिश ने खोली सहकारी समितियों की पोल

जिले में 70 हजार मैट्रिक टन धान खरीदी के लक्ष्य में पिछले दस दिन से करीब 28 खरीदी केन्द्रों पर अब तक 4हजार मैट्रिक टन धन की खरीदी हो चुकी है. वहीं घटना के बाद कलेक्टर ने खाद्य विभाग को मौके पर जाकर जांच करने के आदेश दिए हैं. इसके साथ ही सभी समितियों से मामले की जानकारी मांगी गई है.

वहीं खरीदी करने वाली एजेंसी को समय सीमा में धान का परिवहन करने के लिए कहा गया है.इस घटना ने सीधे तौर पर खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति विभाग के अधिकारियों के लापरवाही सामने आयी है. जिसके चलते पेट भरने वाला अनाज पानी में सड़कर बर्बाद हो रहा है.

सिंगरौली। जिले में दो दिन की बारिश ने सहकारी समितियों की व्यवस्थाओं की पोल खोल दी है. जिसमें बारिश के चलते हजारों टन धान भीग गया है और शासन को करोड़ों रुपये का नुकसान हुआ है. यह घटना समितियों और धान खरीदी केन्द्रों पर धान को बारिश से बचाने के पर्याप्त इंतजाम नहीं होने के कारण हुई है.

दो दिन की बारिश ने खोली सहकारी समितियों की पोल

जिले में 70 हजार मैट्रिक टन धान खरीदी के लक्ष्य में पिछले दस दिन से करीब 28 खरीदी केन्द्रों पर अब तक 4हजार मैट्रिक टन धन की खरीदी हो चुकी है. वहीं घटना के बाद कलेक्टर ने खाद्य विभाग को मौके पर जाकर जांच करने के आदेश दिए हैं. इसके साथ ही सभी समितियों से मामले की जानकारी मांगी गई है.

वहीं खरीदी करने वाली एजेंसी को समय सीमा में धान का परिवहन करने के लिए कहा गया है.इस घटना ने सीधे तौर पर खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति विभाग के अधिकारियों के लापरवाही सामने आयी है. जिसके चलते पेट भरने वाला अनाज पानी में सड़कर बर्बाद हो रहा है.

Intro:सिंगरौली जिले में 2 दिन की बारिश ने सहकारी समितियों की व्यवस्थाओं की पोल खोल दी है जहां बारिश के बाद हजारों टन धान बारिश में भीग गया है जिससे शासन को करोड़ों रुपए का नुकसान हुआ है समितियों और खरीदी केन्द्रों पर बारिश से बचाने के पर्याप्त इंतजाम नहीं होने के कारण धान भीग गया इस घटना में सीधे तौर पर खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति विभाग के अधिकारियों के लापरवाही के चलते समिति अपने हजारो टन धान नहीं उठायाBody:दरअसल सिंगरौली जिलेे में 70 मैट्रिक टन धान खरीदी के लक्ष्य में पिछले दस दिन से करीब 28 खरीदी केन्द्रों पर अब तक 4000 मैट्रिक टन धन की खरीदी हुई है। घटना के बाद खाद्य विभाग को मौके पर जाकर जांच करने के आदेश दिए हैं सभी समितियों से खरीदी केन्द्रों पर बारिश से भीगे धान के संबंध में जानकारी मांगी है। विभाग ने खरीदी करने वाली एजेंसी को भी कहा है कि वे धान का परिवहन समय सीमा में करें। खरीदी के बाद अगर धान की मात्रा में कमी, गड़बड़ी अथवा बारिश के चलते खराब होने की शिकायत मिलती है तो उसकी जिम्मेदारी समितियों की नहीं होगी।


बाईट केवीएस चौधरी- कलेक्टर सिंगरौलीConclusion:वहीं जिला कलेक्टर केवीएस चौधरी ने कहा कि हमें चार केंद्रों की जानकारी मिली है कि धान अधिक भी गई है जिसको जांच के लिए आदेश दिए हैं
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