सिंगरौली। जिले के कंजी ग्राम पंचायत में डीएमएफ फंड से बनी शासकीय उचित मूल्य की दुकान प्रशासन को हैंड ओवर करने से पहले ही जर्जर हो चुकी है. प्रशासन की बड़ी लापरवाही और अनदेखी के चलते नई बिल्डिंग भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गई है. बिल्डिंग चारों तरफ से जमीन के अंदर समाती जा रही है. प्लास्टर से लेकर दीवारें भी अपने जगह से स्थान बदल रही हैं, लेकिन प्रशासन इस ओर बिल्कुल ध्यान नहीं दे रहा है.
लाखों रुपये खर्च करके बनी दुकान
दरअसल, सिंगरौली जिले के जिला मुख्यालय से करीब 18 किलोमीटर दूर स्थित ग्राम पंचायत कंजी डीएमएफ फंड से बनी उचित मूल्य दुकान की वेंडिंग हैंड ओवर होने से पहले ही जर्जर हो गई है. वहीं कंजी पंचायत में रहने वाले ग्रामीणों का कहना है कि लाखों रुपये खर्च करके बनाई बिल्डिंग की गुणवत्ता बेहद खराब है. बिल्डिंग को बनाने में बालू का ज्यादा उपयोग किया गया है. यही वजह है कि थोड़ी बारिश के बाद ही बिल्डिंग चारों ओर से अंदर घुसने लगी है. बिल्डिंग की गुणवत्ता को लेकर कलेक्टर राजीव रंजन मीणा से भी शिकायत की लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है.
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इस पूरे मामले को लेकर कलेक्टर राजीव रंजन मीणा का कहना है कि बिल्डिंग के गुणवत्ता के खराब होने की जानकारी हमें नहीं थी. अब जानकारी मिली है. अगर बिल्डिंग बनवाने में गुणवत्ता खराब होगी तो उसे लेकर जिम्मेदारों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.