सिंगरौली। जिले के कलेक्ट्रेट में आयोजित रोजगार मेले में बेरोजगारों के साथ छलावा किया जा रहा है. बेरोजगार युवाओं को कलेक्ट्रेट में पानी तक नसीब नहीं हुआ, वहीं रोजगार के लिए घंटों लाइन में लगने के बाद भी रोजगार नहीं मिला.
दरअसल सिंगरौली के जिला रोजगार कार्यालय में आयोजित रोजगार मेले में आए छात्र-छात्राएं 10 बजे से रोजगार कार्यालय पहुंचकर जानकारी जुटाने के लिए इधर-उधर भटकते हुए नजर आए. जानकारी के मुताबिक रोजगार मेले की आड़ में अफसरों ने छोटी-छोटी कंपनियों को बुलाकर रोजगार के साथ मजाक किया है. जिले में दर्जनों कंपनियां काम कर रही हैं, इसके बाद भी सिंगरौली में काम कर रही एक भी कंपनी रोजगार मेले में नहीं आई.
छात्रों का कहना है कि रोजगार मेले में शासन का कोरम पूरा किया जा रहा है, किसी भी बच्चे को कोई रोजगार नहीं दिया जा रहा है. अभ्यर्थियों ने बताया कि किसी को रोजगार दिया भी जा रहा है, तो पुणे में जहां उन्हें 8000 दिया जाएगा, जबकि सिंगरौली में दर्जनों कंपनियां हैं, जहां अच्छी सैलरी है.
भाजपा नेता बबूल उपाध्याय का कहना है कि सरकार युवाओं को बरगलाने का काम कर रही है. सिंगरौली जिले में दर्जनों कंपनियां होने के बावजूद भी यहां की किसी कंपनी को नहीं बुलाया गया, जिससे युवाओं को अच्छा रोजगार मिल जाता और उनका भविष्य बन जाता.