ETV Bharat / state

पीएम मोदी के स्वच्छता अभियान को लगा झटका, करोड़ों का ठेका फिर भी सफाई जीरो - सिंगरौली न्यूज

जिले के वार्डों में गंदगी का अंबार है, जबकि साफ-सफाई के लिए 5 करोड़ की राशि दी गई, इसके बावजूद स्वच्छता का बुरा हाल देखकर यहां के लोगों में आक्रोश है.

स्वच्छता अभियान
author img

By

Published : Aug 9, 2019, 2:43 PM IST

सिंगरौली। जिले में अर्बन अनवयरोटेक प्राइवेट लिमिटेड कंपनी को डोर टू डोर कचरा कलेक्शन करने का ठेका मिला है. कंपनी को कचरा उठवाकर उसे प्लांट तक पहुंचाना है. इस कचरे को सॉलिड वेस्ट प्लांट में पृथक करण करके उसे खाद में बदला जा रहा है. वहीं बैढ़न जयंत के आसपास के वार्डों में डोर टू डोर कचरा कलेक्शन होने के बावजूद भी यहां के वार्डों में गंदगी का अंबार लगा हुआ है.

पीएम मोदी के स्वच्छता अभियान को झटका

बता दें कि नगर पालिका के आधे से ज्यादा वार्ड ग्रामीण इलाकों में आते हैं. जिसमें निगाही, अम्लोरी, मुहर, कचनी, सिंगरौली, जय नगर इलाकों के कचरे के ठेके मनमानी और कुप्रबंधन की भेंट चढ़ गए हैं. जिसमें NCL इलाके का डोर टू डोर कचरा कलेक्शन प्लांट तक नहीं पहुंच पा रहा है, जिससे नगर निगम की करोड़ों रुपए की मशीनें जंग खा रही हैं. यहां स्वच्छता योजना के नाम पर भारी घोटाला किए जाने का आरोप लग रहा है.

दरअसल शहर की सफाई के लिए 5 करोड़ का बजट रखा गया, लेकिन जमीनी हकीकत को देखकर सहज अंदाजा लगाया जा सकता है कि इन पैसों का क्या हुआ. बता दें कि अर्बन अनवयरोटेक प्राइवेट लिमिटेड कंपनी का कार्यकाल 31 जुलाई को खत्म हो चुका है और नया ठेका 1 अगस्त से सीताडेल कंपनी को मिला है.

सिंगरौली। जिले में अर्बन अनवयरोटेक प्राइवेट लिमिटेड कंपनी को डोर टू डोर कचरा कलेक्शन करने का ठेका मिला है. कंपनी को कचरा उठवाकर उसे प्लांट तक पहुंचाना है. इस कचरे को सॉलिड वेस्ट प्लांट में पृथक करण करके उसे खाद में बदला जा रहा है. वहीं बैढ़न जयंत के आसपास के वार्डों में डोर टू डोर कचरा कलेक्शन होने के बावजूद भी यहां के वार्डों में गंदगी का अंबार लगा हुआ है.

पीएम मोदी के स्वच्छता अभियान को झटका

बता दें कि नगर पालिका के आधे से ज्यादा वार्ड ग्रामीण इलाकों में आते हैं. जिसमें निगाही, अम्लोरी, मुहर, कचनी, सिंगरौली, जय नगर इलाकों के कचरे के ठेके मनमानी और कुप्रबंधन की भेंट चढ़ गए हैं. जिसमें NCL इलाके का डोर टू डोर कचरा कलेक्शन प्लांट तक नहीं पहुंच पा रहा है, जिससे नगर निगम की करोड़ों रुपए की मशीनें जंग खा रही हैं. यहां स्वच्छता योजना के नाम पर भारी घोटाला किए जाने का आरोप लग रहा है.

दरअसल शहर की सफाई के लिए 5 करोड़ का बजट रखा गया, लेकिन जमीनी हकीकत को देखकर सहज अंदाजा लगाया जा सकता है कि इन पैसों का क्या हुआ. बता दें कि अर्बन अनवयरोटेक प्राइवेट लिमिटेड कंपनी का कार्यकाल 31 जुलाई को खत्म हो चुका है और नया ठेका 1 अगस्त से सीताडेल कंपनी को मिला है.

Intro:सिंगरौली नगर पालिक निगम सिंगरौली इन दिनों काफी सुर्खियों में है वजह शहर की सफाई में खर्च होने वाला 5 करोड़ है प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की स्वच्छता अभियान शहर में सिर्फ दिखावा ही साबित हो रही है नगर निगम के अध्यक्ष चंद्र प्रताप विश्वकर्मा ने तो पार्षदों की मांग पर 2 साल से काम कर रही ठेका अर्बन अनवयरोटेक प्राइवेट लिमिटेड को 31 जुलाई के बाद कार्य खत्म होने के बाद भी वार्ड में कचरे का लगा रहा ढेर नई ठेका कंपनी सीताडेल को 1 अगस्त से काम करने का मिला आदेश


Body:दरअसल सिंगरौली जिले के नगर निगम में thos अपशिष्ट कचड़ा को अर्बन कंपनी को डोर टू डोर कचरा कनेक्शन कर कचरा प्लांट तक पहुंचाना और उसके बाद सॉलि़डवेस्ट प्लांट में कचरे का पृथक कर खाद बनाने के लिए ठेका मिला था लेकिन 45 वार्डों के मेन रोड बैढ़न जयंत आसपास के बाडो में कुछ वाहन कचरे का डोर टू डोर कनेक्शन कर रहे थे इसके बावजूद भी वार्ड में कचरे का अंबार लगा हुआ है वही ग्रामीण वार्ड में कभी एक छोटी वाहन से कालम पूरा किया जा रहा था


वही आपको बता दें कि नगर निगम के आधे से ज्यादा वार्ड ग्रामीण इलाकों से आते हैं जिसमें निगाही अम्लोरी मुहर कचनी सिंगरौलीया जय नगर बस्ती का कचरा महज ठेकेदार की मनमानी और कुप्रबंधन की भेंट चढ़ गया है
एनसीएल इलाके के bardo से आवासों से भी डोर टू डोर कचरा कनेक्शन कचड़े प्लान तक नहीं पहुंच रहा था जिससे नगर निगम की करोड़ों रुपए की मशीन में जंग खा रही है और स्वच्छता के नाम पर भारी घोटाला किया गया


वहीं नगर पालिक निगम के अध्यक्ष चंद्र प्रताप विश्वकर्मा ने कहा कि हमारे यहां स्वच्छता कर्मचारी कम होने के कारण अच्छी तरह से स्वक्षता नहीं हो पाई इसको लेकर शासन को कई बार अवगत कराया गया


Conclusion:
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.