सीधी। जिले में मनरेगा योजना के तहत होने वाले कामों में नियमों की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं. जिसकी बानगी दो ग्राम पंचायतों में देखने को मिली है. सरपंच सचिव की मनमानी के चलते इन्हें न कानून का डर है न प्रशासन का. बेखौफ होकर यहां मनरेगा का काम मशीनों से काम कराया जा रहा है. जिससे गांव के बेरोजगारों को रोजगार नहीं मिल पा रहा है. मामले में जब जिला कलेक्टर से बात की गई तो उन्होंने मामले में कार्रवाई की बात कही है.
मनरेगा योजना के तहत बनाये गए सारे नियम धरे के धरे रह जाते हैं, जब दबंग सरपंचों और सचिव की मिली भगत से बेरोजगारों का हक छीन कर मशीनों से काम कर लिया जाता है. साथ ही पैसों की बंदर बांट एक दूसरे के खाते में जमा कर दी जाती है. फर्जी मस्टर रोल तैयार कर मजदूरों का फर्जी नाम दिखा कर अपनों को लाभ पहुंचाया जा रहा है. बात करें पडखुरी-588 पंचायत की तो मनरेगा के तहत पुलिया निर्माण में सरपंच रामशिरोमणि, और रोजगार सहायक अखिलेश तिवारी द्वारा फर्जी मस्टर रोल तैयार कर मशीनों से काम करा लिया गया है. इतना ही नहीं भ्रष्टाचार के चलते घटिया कार्य करा कर पैसों का आहरण कर लिया जाता है. वहीं मजरेठी कोठार पंचायत में हितग्राही को ढबरी निर्माण के नाम पर मशीनों से काम करा कर सरकार और बेरोजगारों को चूना लगाया जा रहा है. मामलों को लेकर आज दोनों पंचायत के लोगों ने कलेक्टर से शिकायत की है.