सीधी। जिले में इन दिनों जिला प्रशासन हो या पुलिस प्रशासन सभी पंचायत और ग्रामीण विकास मंत्री के स्वागत में लगे हुए हैं, जिससे जनता का काम ठप पड़ा हुआ है. ऐसा ही एक मामला पुलिस अधीक्षक कार्यालय में देखने को मिला है, जहां एक 85 साल के बुजुर्ग शिवकरण तिवारी फरियाद लेकर एसपी के पास पहुंचे, लेकिन एसपी उनकी बातों को अनसुनी करके चले गए और बुजुर्ग रातभर ठंड में भूखे-प्यासे कुर्सियों पर ठिठुरते रहे.
दरअसल बुजुर्ग शिवकरण तिवारी का कहना है कि वे अपने परिवार की प्रताड़ना से परेशान होकर सोनवर्षा गांव से पुलिस अधीक्षक से मदद की गुहार लगाने पहुंचे थे, लेकिन SP यह कहते हुए निकल गए कि उन्हें अभी मंत्री के कार्यक्रम में जाना है और वे उनकी बात बाद में सुनेंगे. बुजुर्ग इंतजार करते रहे, लेकिन एसपी साहब नहीं पहुंचे, जिसके बाद थक- हारकर वे भूखे-प्यासे ही कुर्सी पर सो गए. सुबह जब एसपी साहब पहुंचे तो उसे कोतवाली थाने भेजा गया.
बुजुर्ग ने बताया कि बहू और घर के अन्य सदस्य उन्हें परेशान करते हैं, भोजन नहीं देते, जबकि जमीन-जायदाद और घर सबकुछ उनके नाम पर है. उन्होंने कई बार इसकी शिकायत की, लेकिन कोई जांच नहीं की गई. साथ ही उन्होंने कहा कि भले ही उनकी मौत एसपी बंगले में क्यों न हो जाए, मगर बगैर एसपी साहब से मिले वे घर नहीं जाएंगे.
वहीं इस मामले में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक का कहना है कि ऐसा नहीं है, बुजुर्ग को रात में कोतवाली भिजवाया था, क्योंकि वह घर जाने की इच्छा नहीं कर रहे थे, वहीं उनके परिजनों को भी समझाइश दी गई है.