सीधी। सिटी कोतवाली थाना प्रभारी राजेश पांडे की गुंडागर्दी के मामले आए दिन सामने आ रहे हैं. आज फिर एक ऐसा मामला सामने आया है, जहां थाना प्रभारी ने दो छात्रों को जबरन चोरी के झूठे आरोप में पकड़कर उनके साथ मारपीट की और जब एक पत्रकार ने इस घटना की कवरेज करने की कोशिश की, तो थाना प्रभारी ने पत्रकार के साथ अभ्रदता की, साथ ही पत्रकार का मोबाइल तक छीन लिया और धक्का देकर थाने से बाहर भगा दिया. साथ ही धमकी दी गई कि, जब तक हम यहां पर प्रभारी रहेंगे, कोई भी पत्रकार यहां अंदर आकर खबर नहीं बना सकता.
छात्रों का कहना है कि, उन्होंने कोई चोरी नहीं की है. तीन दिन से लगातार थाना प्रभारी थाने में बुलाकर मारपीट कर रहे हैं. इस घटना को शिवसेना ने गंभीरता से लिया है और कहा है कि, तीन दिन के अंदर थाना प्रभारी कोतवाली से नहीं हटाए गए, तो उग्र आंदोलन किया जाएगा. वहीं इस मामले में कांग्रेस ने पुलिस प्रशासन को कोसते हुए कहा कि, आए दिन थाना प्रभारी की गुंडागर्दी सामने आ रही है. कुछ दिन पहले ही कांग्रेसी ने थाना प्रभारी को हटाने की मांग करते हुए पुलिस अधीक्षक को ज्ञापन सौंपा था.
बता दें कि, अभी कुछ दिन पहले ही दलित महिलाएं जब थाने पहुंची, तो उनकी रिपोर्ट लिखना तो दूर, उनको गाली गलौज कर जातिसूचक अपशब्द कहकर थाने से भगा दिया गया. कहा जा रहा है कि, थाना प्रभारी राजेश पांडे को एसपी का सरंक्षण मिला हुआ है
बहरहाल थाना कोतवाली में इन दिनों प्रभारी की गुंडागर्दी से आम जनता परेशान है. कहीं रिपोर्ट ना लिखना और बदसलूकी कर थाने से भगा देना, तो कहीं पत्रकारों के साथ अभद्रता करना. बावजूद इसके पुलिस अधीक्षक से शिकायत करने के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं करने पर कई सवाल खड़े हो रहे हैं.