सीधी। अजब गजब एमपी की अनोखी कहानी. दुल्हन, दूल्हे का वरमाले में इंतजार करती रही लेकिन दूल्हा जयमाल से पहले ही भाग गया. जिसकी वजह से सभी बारातियों की दुल्हन पक्ष वालों ने गाली गलौज की व मारपीट भी की गई. मामला एमपी के सीधी जिले का है जहां द्वारपूजा के बाद दुल्हन जयमाल लेकर दूल्हे के गले में डालने के लिए दूल्हे की राह ताक रही थी, उससे पहले दूल्हा बाइक लेकर से वहां से फरार हो गया. लंबे इंतजार के बाद जब दूल्हा नहीं पहुंचा तो दुल्हन को जयमाल रखकर निराश होकर मंडप से नीचे उतरना पड़ा. इसके बाद विवाद की स्थिति निर्मित हो गई.
जानें क्या है पूरा मामला: जानकारी के अनुसार मसुरिहा गांव के रावेंद्र गुप्ता की शादी डोल कोठार गांव की रहने वाली ज्योति गुप्ता के साथ तय हुई. तिलकोत्सव से लेकर सभी कार्यक्रम धूमधाम से हुए. गुरुवार को बारात सीधी शहर के चकदही रोड़ पर एक पैलेस भी पहुंच गई, जिसके बाद बारातियों के स्वागत के बाद द्वार पूजा भी ठीकठाक ढंग से संपन्न हुआ. जिसके बाद नौटंकी का क्रम शुरू होता है. दुल्हन पक्ष के परिजनों का आरोप है कि दूल्हा पहले ही एक युवती से कोर्ट मैरिज कर चुका था, जिसको बिना जानकारी दिए ही दूसरी शादी रचाने पहुंचा था. पहली शादी की जानकारी दूल्हे के पिता को भी थी, पर यह बात दुल्हन पक्ष वालों से छिपाया गया. द्वार पूजा के बाद जब जयमाल की तैयारी शुरू हुई तो इसी बीच वाद-विवाद शुरू हो गया. जिसके बाद दूल्हा चोरी छिपे बाइक से वहा से भाग गया.
सीसीटीवी कैमरे में कैद हुई घटना: विवाद इस कदर चला कि मारपीट व एक दूशरे पर कुर्सी बरसने लगी. पूरी घटना पैलेस में लगे सीसीटीवी में कैद हो गई है. स्थानीय लोगों की सूचना पर कोतवाली पुलिस ने मौके पर पहुंचकर समझाइश देने का प्रयास तो किया. पर विवाद की स्थिति शांत होने का नाम नहीं ले रही थी. जिसके बाद पुलिस ने वर-वधु के पिता को बुलाकर आपस मे बैठाकर समझाया तब जाकर कही विवाद समाप्त हुआ. लड़का और लड़की के पिता ने स्टाम्प पेपर में नोटरी कराकर समझौता भी किया है.
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समझौते से शांत हुआ विवाद: जब इस पूरी घटना की जानकारी दुल्हन पक्ष को हुई तो मारपीट भी शुरू हो गई. किसी तरह मान मनव्वल के बाद विवाद शांत हो गया. लड़की के पिता ने बताया कि तिलक से लेकर अभी तक पूरा खर्च मेरा अभी तक हुआ है. तिलक में भी मेरे होटल बुक किया था अतः अंत में समझौता हुआ कि पुलिस के पास यह मामला न जानें दिया जाए. दुल्हन पक्ष का जितना खर्च हुआ है वह पूरी राशि दूल्हे के पिता द्वारा दिया जाए. दूल्हे का पिता इस समझौते पर राजी हो गया, तब जाकर मामला कही जाकर रफा-दफा हो पाया.