सीधी। देशभर में कोरोना वायरस के चलते लगे हुए लॉकडाउन के कारण लाखों की संख्या में लोग बेरोजगार हुए हैं. जिससे लोग बेहद परेशान हैं. इसी कड़ी में सीधी जिले के सब्जी मंडी में फुटकर विक्रेताओं को भी सुदृढ़ व्यवस्था नहीं मिलने के कारण उन्हें दुकान लगाने में परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. जिसे लेकर सब्जी विक्रेताओं द्वारा आज एक बैठक का आयोजन किया गया. बैठक में सभी फुटकर व्यापारी प्रशासन और नगर पालिका के कर्मचारियों को लेकर बेहद नाराज नजर आए.
दरअसल सीधी जिले के सब्जी मंडी में फुटकर विक्रेताओं को लॉकडाउन से लेकर अब तक सही तरीके से व्यवस्था ना होने के कारण व्यापारी बेहद परेशान हैं. सब्जी व्यापारियों का कहना है कि पूर्व में कोरोना संक्रमण फैलने के दौरान सभी व्यापारियों ने अपने फुटकर दुकान बंद कर दिए थे. ढाई महीने हो चुके हैं. लेकिन अभी तक सही तरीके से दुकान का संचालन नहीं हो पा रहा है. जिससे उन्हें आर्थिक संकटों का सामना करना पड़ रहा है. सब्जी व्यापारियों का आरोप है कि दो सब्जी मंडी हैं. दोनों मंडी के गेटों को बंद कर दिया गया है.
लॉकडाउन खुलने के बाद मंडी गेट खोले गए. लेकिन फुटकर व्यापारियों को मंडी से दूर भगा दिया गया. जबकि किराना व्यवसाई अपनी दुकान चला रहे हैं. यही वजह है कि फुटकर व्यापारी अपनी दुकान नहीं चला पा रहे हैं. इतना ही नहीं फुटकर व्यापारियों ने नगरपालिका पर आरोप लगाते हुए कहा कि यहां बने शुलभ शौचालय में भी ताला लगाकर बंद कर दिया गया है. जिससे महिला व्यवसायियों को कई दिक्कतों का सामना करना पड़ता है. उन्होंने कहा कि 3 दिन पहले कलेक्ट्रेट जाकर हमने तहसीलदार से गेट खुलवाने की अपील की थी. जिसके बाद तहसीलदार ने उन्हें आश्वासन दिया था कि रविवार तक दुकान खोलने की उचित व्यवस्था करा दी जाएगी. लेकिन अभी तक किसी भी प्रकार की व्यवस्था नहीं की गई है.
इतना ही नहीं सब्जी व्यापारियों ने जिला प्रशासन के प्रति नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि अगर सोमवार तक फुटकर व्यवसायियों की समस्या का हल नहीं किया गया. तो वह जिला कलेक्टर का घेराव करेंगे. साथी सब्जी मंडी गेट में लगे ताले को भी तोड़ा जाएगा. जिसका जिम्मेदार प्रशासन होगा. क्योंकि अब हम लोगों के बर्दाश्त से चीजें बाहर हो चुकी हैं . हमारे बच्चे भूखे प्यासे रहने को मजबूर हैं. धंधा पूरी तरह से चौपट हो चुका है. जिससे हमें जीवन यापन करना भी दूभर हो गया है.