सीधी। जिले में आम आदमी तो आम आदमी पत्रकार भी सुरक्षित नहीं है. बाहर से आए एक पत्रकार को कुछ लोगों द्वारा परेशान किया जा रहा है. अखबार में सच्ची खबरे प्रकाशित करने पर उसके खिलाफ झूठा मुकदमा दर्ज किया गया, जिसे लेकर 26 जनवरी को पत्रकार का पूरा परिवार कलेक्टर से आत्महत्या की अनुमति लेने पहुंचा.
पीड़ित पत्रकार ने कहा कि एक संगठन के 5 से 6 सदस्यों के आतंक से वह परेशान है. दादागिरी करने वाले संगठन के पदाधिकारियों द्वारा झूठा मुकदमा दर्ज कराया गया. पत्रकार की पत्नी का कहना है कि हम लोग परेशान हो गए है. हमें आत्महत्या के लिए मजबूर किया जा रहा है. वहीं इस मामले में कलेक्टर का कहना है कि शिकायत के मद्देनजर दोनों पक्षों से चर्चा की जायेगी.