सीधी। बस हादसे में लाशों के मिलने का सिलसिला दूसरे दिन भी नहीं थमा. हादसे के दौरान बस में बैठी 5 महीने की मासूम शुभी उर्फ सौम्या अपनी मां के दामन से छूट गई थी. जो पानी की बहाव के साथ पत्ते की तरह बहती चली गई. 30 घंटे बाद उसका शव जिले की सरहद से 22 किलोमीटर दूर रीवा के गोविदंगढ़ के पास मिला. मां और माैसी की लाश मंगलवार को ही मिल गई थी. बुधवार सुबह 6 बजे से सर्चिंग ऑपरेशन शुरू किया गया. दोपहर साढ़े 12 बजे तक चार शव और मिले. अब तक मृतकों की संख्या 51 हो चुकी है. जिसमें तीन से चार लोग अभी भी लापता हैं.
- 28 घंटे बाद 22 किमी दूर मिली मासूम की लाश
सीधी बस हादसा में अब तक 51 शव बरामद होने के बाद जिले में मातम पसरा हुआ है. इस हादसे में बंडेवा थाना चितरंगी निवासी हरिप्रताप गौड़ की शादी दो साल पहले सोमबाई गौड़ से हुई थी. हरिप्रताप आंध्रप्रदेश में नौकरी करता है. पत्नी सोमबाई की सतना में मंगलवार को एएनएम की परीक्षा थी. इकलौती बेटी शुभी उर्फ सौम्या और ममेरी बहन आशा गौड़ के साथ वह सुबह साढ़े 5 बजे बस में सवार हुई. हादसे में सोमबाई और आशा गौड़ की मौके पर ही मौत हो गई थी. 5 माह की शुभी मां के हाथ से छूटकर पानी में बह गई थी. दुसरे दिन शुभी की शव जिले की सरहद से 22 किलोमीटर दूर रीवा के गोविदंगढ़ के पास मिला है.
सीधी हादसाः RTO, RDC के GM और AGM अधिकारी निलंबित
बस हादसे ने सैकड़ों लोगों को जिंदगी भर का गम दे दिया हैं, लोगों ने अपनो की जिंदगी गवा दी हैं, किसी का बेटा, किसी की बेटी, किसी की मां सभी बस सवार मौत के मुंह मे समा गए. इस हादसे को कभी भुलाया नहीं जा सकता लेकिन इतना जरूर है कि ऐसे हादसे दोबारा न हो सके उसके लिए शासन और प्रशासन क्या सबक लेता है. यह गौर करने वाली बात होगी.