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10 दिनों से अपनों का इंतजार कर रही पीड़िता, दलालों के चंगुल से फरार होकर पहुंची सीधी - One Stop Center, Sidhi

झारखंड की रहने वाली एक युवती दलालों के चंगुल से फरार हो गई और उत्तर प्रदेश के रास्ते सीधी पहुंची. जहां युवती को सीधी के वन स्टॉप सेंटर में पिछले 10 दिनों से रखा गया है.

Human trafficking victim reaches Jharkhand's girl directly
मानव तस्करी की शिकार झारखंड की युवती सीधी पहुंची
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Published : Dec 16, 2019, 9:48 PM IST

Updated : Dec 16, 2019, 11:47 PM IST

सीधी। मानव तस्करी जैसे संगीन अपराध थमने की बजाय दिन प्रति दिन बढ़ते ही जा रहे हैं. सरकार के तमाम प्रयासों के बावजूद मानव तस्करी के मामले सामने आते रहते हैं. झारखंड के साहिबगंज जिले की रहने वाली युवती दलालों के चंगुल से भागकर सीधी पहुंची है. सीधी के वन स्टॉप सेंटर में पीड़िता पिछले 10 दिनों से अपनों का इंतजार कर रही है. युवती के मुताबिक वह मानव तस्करी की शिकार हो गई थी, उसे घर से दिल्ली ले जाया गया था.

मानव तस्करी की शिकार झारखंड की युवती सीधी पहुंची

पिता के मरने के बाद मां और दो भाइयों का बोझ कम करने के लिए युवती रोजगार की तलाश में दिल्ली पहुंची थी, उसने सोचा था कि वह झाड़ू पोछा का काम कर अपने परिवार का बोझ कम कर सकेगी., लेकिन कुछ दिन दिल्ली में रहने के बाद सब कुछ समझ में आ गया. युवती का कहना है कि किसी तरह ट्रेन में बैठकर यूपी पहुंची और सीधी के मजदूरों के साथ धान काटने के बाद भटकती हुई यूपी से सीधी आ गई.

इस मामले में वन स्टॉप सेंटर के प्रबंधक का कहना है कि युवती बस स्टैंड पर भटक रही थी, डायल हंड्रेड की मदद से कोतवाली लाया गया था, जहां से पुलिस के मार्गदर्शन में पीड़िता पिछले 10 दिनों से रह रही है. उसके माता-पिता से बात हो गई है, जल्द ही झारखंड उसके घर पहुंचा दिया जाएगा.

रोजगार का झांसा देते हैं दलाल

युवा पीढ़ी रोजगार की तलाश में मानव तस्करी का शिकार बनती जा रही है तो वहीं तस्करों का गांव-गांव में जाल फैला रहता है. युवा पीढ़ी को रोजगार के लिए दलाल महानगरों में ले आते हैं और चंद पैसों में उनका सौदा किसी अनजान व्यक्ति से कर देते हैं.

सीधी। मानव तस्करी जैसे संगीन अपराध थमने की बजाय दिन प्रति दिन बढ़ते ही जा रहे हैं. सरकार के तमाम प्रयासों के बावजूद मानव तस्करी के मामले सामने आते रहते हैं. झारखंड के साहिबगंज जिले की रहने वाली युवती दलालों के चंगुल से भागकर सीधी पहुंची है. सीधी के वन स्टॉप सेंटर में पीड़िता पिछले 10 दिनों से अपनों का इंतजार कर रही है. युवती के मुताबिक वह मानव तस्करी की शिकार हो गई थी, उसे घर से दिल्ली ले जाया गया था.

मानव तस्करी की शिकार झारखंड की युवती सीधी पहुंची

पिता के मरने के बाद मां और दो भाइयों का बोझ कम करने के लिए युवती रोजगार की तलाश में दिल्ली पहुंची थी, उसने सोचा था कि वह झाड़ू पोछा का काम कर अपने परिवार का बोझ कम कर सकेगी., लेकिन कुछ दिन दिल्ली में रहने के बाद सब कुछ समझ में आ गया. युवती का कहना है कि किसी तरह ट्रेन में बैठकर यूपी पहुंची और सीधी के मजदूरों के साथ धान काटने के बाद भटकती हुई यूपी से सीधी आ गई.

इस मामले में वन स्टॉप सेंटर के प्रबंधक का कहना है कि युवती बस स्टैंड पर भटक रही थी, डायल हंड्रेड की मदद से कोतवाली लाया गया था, जहां से पुलिस के मार्गदर्शन में पीड़िता पिछले 10 दिनों से रह रही है. उसके माता-पिता से बात हो गई है, जल्द ही झारखंड उसके घर पहुंचा दिया जाएगा.

रोजगार का झांसा देते हैं दलाल

युवा पीढ़ी रोजगार की तलाश में मानव तस्करी का शिकार बनती जा रही है तो वहीं तस्करों का गांव-गांव में जाल फैला रहता है. युवा पीढ़ी को रोजगार के लिए दलाल महानगरों में ले आते हैं और चंद पैसों में उनका सौदा किसी अनजान व्यक्ति से कर देते हैं.

Intro:एंकर-- हमारे समाज में मानव तस्करी जैसी वारदातें खूब फल-फूल रही है और सरकार रोकने में कामयाब नहीं दिखाई दे रही है युवा पीढ़ी रोजगार की तलाश में तस्करी का शिकार हो जाती है वहीं तस्करों का गांव गांव में जाल फैला रहता है युवा पीढ़ियों को महानगरों के सब्जबाग दिखाकर ले जाते हैं और चंद पैसों के खातिर मानव को भेज दिया जाता है और सारी जिंदगी शोषित होते रहता है ऐसी ही दलालों के चंगुल से भागी झारखंड की एक युवती पिछले 10 दिनों से सीधी में और अपनों की तलाश कर रही है जहां और अपनों से मिलने की आस जगी है।


Body:वाइस ओवर(1) सीधी के वन स्टॉप सेंटर में बैठी यह युवती जिला साहिबगंज झारखंड की रहने वाली है पिछले 10 दिनों से सीधी में वन स्टॉप सेंटर में रहकर अपनों के इंतजार में है दरअसल युवती के मुताबिक वह मानव तस्करी की शिकार हो गई थी दिल्ली मैं उसे ले जाया गया था पिता का साया बचपन में उठ गया मां और दो भाइयों का बोझ कम करने के लिए सोचा दिल्ली चली जाऊंगी तो झाड़ू पोछा का काम मिल जाएगा और काम मिल भी गया लेकिन कुछ दिन दिल्ली में रहने के बाद सब कुछ समझ में आ गया अपनों की याद आने लगी युवती का कहना है कि किसी तरह ट्रेन में बैठकर यूपी पहुंची और सीधी के मजदूरों के साथ धान काटने के बाद भटकती हुई यूपी से सीधी आ गए वन स्टॉप सेंटर की प्रबंधक का कहना है कि बस स्टैंड सीधी में भटक रही थी डायल हंड्रेड कोतवाली लाया गया था जहां से पुलिस की मार्गदर्शन में यहां पिछले 10 दिनों से रह रही है उसके माता-पिता से बात हो गई है जल्द ही झारखंड उसके घर पहुंचा दिया जाएगा।
बाइट(1) युवती ।
बाइट(2) सरस्वती तिवारी वन स्टॉप सेंटर प्रबंधक


Conclusion:बाहर हाल वन स्टॉप सेंटर ऐसी भटकी हुई मासूम को पनाह देकर उनकी मुकाम तक पहुंचाने के काम करती आई है देखना अब यह होगा कि भटकी हुई झारखंड की युति को अपनों से मिलने के लिए कब और कितना इंतजार करना होगा।
पवन तिवारी ईटीवी भारत सीधी मध्य प्रदेश
Last Updated : Dec 16, 2019, 11:47 PM IST
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