सीधी। कलेक्ट्रेट में मुआवजा मांगने पर किसान के साथ मारपीट का एक मामला सामने आया है. एक वृद्ध किसान ने आरोप लगाते हुए कहा कि एसडीएम आरके मेहता के पास मुआवजा मांगने जाते हैं तो मारपीट करते हैं, हमें एसडीएम ने लात-घूसों से पीटा, लेकिन मुआवजा को लेकर कोई सुनवाई नहीं हुई है. जिले के प्रभारी मंत्री प्रदीप जायसवाल ने किसान को कार्रवाई का भरोसा दिलाया है.
पीड़ित किसान छोटे लाल का कहना है कि वह 4 साल से भटक रहा है, उसकी जमीन पर नहर बना दी गई है. उसके मुआवजे के लिए दर- दर की ठोकर खानी पड़ रही है. हमारी आधा एकड़ जमीन का मुआवजा आज तक नहीं मिला, मांगने जाते हैं तो हमें मार-पीटकर भगा दिया जाता है. उनका मामला यहां 4 सालों से उलझा हुआ है. जिले में ऐसे कई किसान हैं जो मुआवजे के लिए दफ्तरों के चक्कर काट रहे हैं, एक दूसरे किसान का कहना है कि हमारा घर डेरी फॉर्म जमीन पर संचालित होता था. उसे उजाड़ कर नहर बना दी गई. लेकिन 2 साल से मुअवजा के लिए भटक रहे हैं.
मामले को लेकर सीधी जिला प्रभारी प्रदीप जायसवाल ने कहा कि किसी किसान के साथ मारपीट नहीं की जा सकती, अगर ऐसा हुआ है तो यह गलत है और जांच कराकर कार्रवाई के लिए हम जिला कलेक्टर से बात करेंगे.