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किसान ने मांगा अपनी जमीन का मुआवजा, तो SDM साहब ने कर दी पिटाई

अपनी जमीन पर नहर बनाए जाने के बाद मुआवजा मांगने सीधी कलेक्ट्रेट पहुंचे किसान ने एसडीएम आरके मेहता पर मारपीट का आरोप लगाया है.

सीधी
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Published : Nov 20, 2019, 8:41 PM IST

सीधी। कलेक्ट्रेट में मुआवजा मांगने पर किसान के साथ मारपीट का एक मामला सामने आया है. एक वृद्ध किसान ने आरोप लगाते हुए कहा कि एसडीएम आरके मेहता के पास मुआवजा मांगने जाते हैं तो मारपीट करते हैं, हमें एसडीएम ने लात-घूसों से पीटा, लेकिन मुआवजा को लेकर कोई सुनवाई नहीं हुई है. जिले के प्रभारी मंत्री प्रदीप जायसवाल ने किसान को कार्रवाई का भरोसा दिलाया है.

किसान ने एसडीएम पर लगाया मारपीट का आरोपी

पीड़ित किसान छोटे लाल का कहना है कि वह 4 साल से भटक रहा है, उसकी जमीन पर नहर बना दी गई है. उसके मुआवजे के लिए दर- दर की ठोकर खानी पड़ रही है. हमारी आधा एकड़ जमीन का मुआवजा आज तक नहीं मिला, मांगने जाते हैं तो हमें मार-पीटकर भगा दिया जाता है. उनका मामला यहां 4 सालों से उलझा हुआ है. जिले में ऐसे कई किसान हैं जो मुआवजे के लिए दफ्तरों के चक्कर काट रहे हैं, एक दूसरे किसान का कहना है कि हमारा घर डेरी फॉर्म जमीन पर संचालित होता था. उसे उजाड़ कर नहर बना दी गई. लेकिन 2 साल से मुअवजा के लिए भटक रहे हैं.

मामले को लेकर सीधी जिला प्रभारी प्रदीप जायसवाल ने कहा कि किसी किसान के साथ मारपीट नहीं की जा सकती, अगर ऐसा हुआ है तो यह गलत है और जांच कराकर कार्रवाई के लिए हम जिला कलेक्टर से बात करेंगे.

सीधी। कलेक्ट्रेट में मुआवजा मांगने पर किसान के साथ मारपीट का एक मामला सामने आया है. एक वृद्ध किसान ने आरोप लगाते हुए कहा कि एसडीएम आरके मेहता के पास मुआवजा मांगने जाते हैं तो मारपीट करते हैं, हमें एसडीएम ने लात-घूसों से पीटा, लेकिन मुआवजा को लेकर कोई सुनवाई नहीं हुई है. जिले के प्रभारी मंत्री प्रदीप जायसवाल ने किसान को कार्रवाई का भरोसा दिलाया है.

किसान ने एसडीएम पर लगाया मारपीट का आरोपी

पीड़ित किसान छोटे लाल का कहना है कि वह 4 साल से भटक रहा है, उसकी जमीन पर नहर बना दी गई है. उसके मुआवजे के लिए दर- दर की ठोकर खानी पड़ रही है. हमारी आधा एकड़ जमीन का मुआवजा आज तक नहीं मिला, मांगने जाते हैं तो हमें मार-पीटकर भगा दिया जाता है. उनका मामला यहां 4 सालों से उलझा हुआ है. जिले में ऐसे कई किसान हैं जो मुआवजे के लिए दफ्तरों के चक्कर काट रहे हैं, एक दूसरे किसान का कहना है कि हमारा घर डेरी फॉर्म जमीन पर संचालित होता था. उसे उजाड़ कर नहर बना दी गई. लेकिन 2 साल से मुअवजा के लिए भटक रहे हैं.

मामले को लेकर सीधी जिला प्रभारी प्रदीप जायसवाल ने कहा कि किसी किसान के साथ मारपीट नहीं की जा सकती, अगर ऐसा हुआ है तो यह गलत है और जांच कराकर कार्रवाई के लिए हम जिला कलेक्टर से बात करेंगे.

Intro:एंकर-- किसानों के दम पर बनी मध्य प्रदेश की सरकार अब मुआवजा मांगने पर किसानों के साथ मारपीट करने में उतारू हो चुकी है ऐसा ही एक मामला आज कलेक्ट्रेट मैं देखने को मिला जहां एक वृद्ध किसान ने आरोप लगाते हुए कहा कि एसडीएम के पास मुआवजा किए जाते हैं तो मारपीट करते हैं कल हमारे साथ एसडीएम ने लात घुसा से पीटा लेकिन मुआवजा आज तक नहीं मिला वहीं प्रभारी मंत्री ने किसान को कार्यवाही का भरोसा दिलाया है।


Body:वाइस ओवर(1) सीधी जिले में महान बांध परियोजना और बाणसागर नहर परियोजना के तहत गांव-गांव में नए पहुंचाने का काम चल रहा है जहां मुआवजा के लिए जिले का किसान सालों से भटक रहा है लेकिन उन्हें मुआवजा नहीं मिल रहा है उल्टा ही मारपीट हो रही है ऐसी ही एक वृद्ध किसान छोटेलाल पटेल चुरहट के उत्तरीहा गांव से मुआवजा के लिए भटक रहे हैं और दफ्तरों के चक्कर काट रहे हैं आज उनसे हमारी मुलाकात हुई तो अपनी दुख भरी दास्तान सुनाने लगे किसान छोटे लाल का कहना है कि वह 4 साल से भटक रहा है उसकी जमीन पर नहर बना दी गई है उसके मुआवजे के लिए दर दर की ठोकर खानी पड़ रही है हमारी आधा एकड़ जमीन का मुआवजा आज तक नहीं मिला मांगने जाते हैं तो हम वृद्ध को भगा दिया जाता है कल ऐसे ही हम चुरहट तहसील कार्यालय गए तो हमें एसडीएम ने लात घूसे मारा गाली देकर भगा दिया आखिर हमारा कसूर क्या था बस इतना कि हम अपनी जमीन का मुआवजा मांग रहे थे फिर भी हम हिम्मत नहीं हारेंगे आज फिर अधिकारियों के पास आए हुए हैं लेकिन मुआवजा के लिए फाइल किसी दूसरी अधिकारी के पास रखी है इस तरह कहकर फाइलों में 4 साल से उलझा दिया गया है जिले में ऐसे किसान नहीं है बल्कि जिले में सैकड़ों किसान मुआवजा के लिए दफ्तरों के चक्कर काट रहे हैं एक दूसरे किसान का कहना है कि हमारा घर डेरी फॉर्म जमीन पर संचालित होता था उसे उजाड़ कर नहर बना दी गई लेकिन 2 साल से मुअवजा के लिए भटक रहे हैं।
बाइट(1) छोटेलाल पटेल किसान पीड़ित।
बाइट(2) दिवाकर चौहान किसान।
वाइस ओवर(2) वही आज सीधी दौरे पर आए सीधी जिला प्रभारी प्रदीप जयसवाल से हमने सवाल किया तो उनका कहना है कि किसी किसान के साथ मारपीट नहीं की जा सकती अगर ऐसा हुआ है तो यह गलत है और जिस की कार्यवाही के लिए हम जिला कलेक्टर से बात करेंगे।
बाइट(3) प्रदीप जैस्वाल प्रभारी मंत्री व खनिज मंत्री मध्य प्रदेश शासन।



Conclusion:बहर हाल चुरहट एसडीएम आरके मेहता की शिकायतें पहले भी सामने आ चुकी है लेकिन आज तक कोई कार्यवाही नहीं की गई किसान अपना हक मांगने जाते हैं और अधिकारी उनके साथ मारपीट कर भगा दे जाते हैं यह कहां का न्याय है ऐसे में देखना होगा कि प्रभारी मंत्री के संज्ञान में मामला आने के बाद 64 एचडीएम पर कोई कार्यवाही हो पाती है।
पवन तिवारी ईटीवी भारत सीधी मध्य प्रदेश।
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