सीधी। एक ओर जहां राष्ट्रीय पार्टियां अपनी चुनावी मैदान में पूरी ताकत लगा रही है. वहीं सीधी में फिलहाल दो पार्टियां ही और दोनों पार्टियों के दिग्गज नेता आमने-सामने हैं. ऐसे में सीधी से निर्दलीय चुनाव लड़ रहे धर्मेंद्र बघेल चुरहट विधानसभा क्षेत्र में कहीं ना कहीं अजय सिंह के लिए मुश्किल खड़ी कर सकते हैं.
धर्मेंद्र बघेल चुरहट विधानसभा के रहने वाले हैं और यह कांग्रेस के उम्मीदवार अजय सिंह की प्रतिद्वंदी माने जाते हैं. निर्दलीय चुनाव लड़ रहे धर्मेंद्र बघेल ने बताया कि वो विकास के मुद्दे को लेकर जनता के बीच जाएंगे. उन्होंने कहा कि जिले में डॉक्टरों की कमी और रोजगार उनकी पहली प्राथमिकता होगी. उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश से विंध्य प्रदेश को अलग प्रदेश का दर्जा दिलाने और रामपुर-नैकिन, व्यवहारी मऊगंज जैसे कस्बों को भी जिला बनाने का दर्जा दिया जाए, इन मुद्दों को लेकर जनता के बीच जाएंगे.
सीधी संसदीय क्षेत्र में कुल 26 उम्मीदवार मैदान में हैं, जिनमें एक निर्दलीय भी शामिल है. समाजवादी पार्टी के पूर्व जिला अध्यक्ष पार्टी से नाराज होकर निर्दलीय चुनाव लड़ रहे हैं जिससे कहीं ना कहीं कांग्रेस सरकार को नुकसान उठाना पड़ सकता है. समाजवादी पार्टी के पूर्व जिला अध्यक्ष धर्मेंद्र बघेल पिछले विधानसभा में भी पार्टी द्वारा टिकट न दिए जाने पर निर्दलीय चुनाव लड़ कर चुरहट विधानसभा में ताल ठोक रहे थे, जहां इन्हें मात्र 1300 वोट मिले थे.