कटनी : कटनी जिले के विजयराघवगढ़ वन परिक्षेत्र में तेंदुए के मूवमेंट से ग्रामीणों में दहशत फैल गई. कांटी पुरैनी जंगल में ग्रामीणों ने तेंदुए को घूमते हुए देखा तो इसकी सूचना पुलिस को दी. पुलिस ने तुरंत वन विभाग के अफसरों को सूचित किया. तेंदुए के मूवमेंट की खबर आसपास के गांवों में आग की तरह फैल गई. कई ग्रामीण अपने खेतों से घर से वापस आ गए. इसके बाद वन विभाग की टीम ने तेंदुए का बड़ी मुश्किल से रेस्क्यू किया. उसका इलाज जारी है.
डॉक्टरों के साथ बांधवगढ़ से पहुंची रेस्क्यू टीम
तेंदुए का रेस्क्यू करने के लिए बांधवगढ़ नेशनल पार्क की रेस्क्यू टीम विजयराघवगढ़ वन परिक्षेत्र पहुंची. रेस्क्यू टीम में बांधवगढ़ नेशनल पार्क के डॉक्टर भी साथ थे. जंगल में कड़ी मशक्कत के बाद तेंदुए का रेस्क्यू किया गया. इस तेंदुए की उम्र करीब एक साल है. तेंदुए के आंख में चोट के निशान हैं. साथ ही वह कमजोर है. डॉक्टर्स ने रेस्क्यू कर तेंदुए का मौके पर उपचार शुरू किया. तेंदुए को चोट कैसे लगी, ये साफ नहीं हो सका है. हालांकि आंख में चोट के अलावा कहीं और उसे चोट नहीं है.
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तेंदुए का रेस्क्यू कर मौके पर शुरू किया इलाज
बांधवगढ़ नेशनल पार्क के डॉ.राजेश तोमर ने बताया "तेंदुए की उम्र 7 से 8 माह के बीच की लग रही है. तेंदुए की हालत कमजोर है. उसे साधारण जाल से पकड़ कर पिंजरे में रखा गया है. मौके पर ही इलाज शुरू कर दिया गया. इस तेंदुए को मुकुंदपुर ले जाया जाएगा. वहीं, उसका इलाज किया जाएगा." वहीं, वन विभाग के रेंजर विवेक जैन बताया "गुरुवार शाम को उन्हें सूचना मिली थी कि रहवासी इलाके में तेंदुए का मूवमेंट है और ग्रामीण दहशत में हैं. वन विभाग की टीम गुरुवार रात से ही तेंदुए पर नजर बनाए हुए थी. शुक्रवार दोपहर को बांधवगढ़ नेशनल पार्क की टीम मौके पर पहुंची और तेंदुए का रेस्क्यू किया."