सीधी। सिंगरौली नेशनल हाई-वे बनते 8 साल गुजर गए, लेकिन अब तक ये काम पूरा नहीं हो सका है, थोड़ा-बहुत जो काम हुआ था, वो भी बेकार हो चुका है. हैदराबाद की एक कंपनी को इसका टेंडर मिला था, आधे से ज्यादा पैसा खर्च करने के बाद भी हाई-वे का निर्माण अधूरा पड़ा है और ठेकेदार अपना बोरिया बिस्तर बांधकर वहां से फरार हो चुका है, ऐसे में जो सड़क बनी थी, वो भी उखड़ने लगी है, जिससे आये दिन हादसे हो रहे हैं.
सीधी से सिंगरौली तक फोर लेन सड़क का निर्माण होना था, उसमें पुल-पुलिया भी शामिल था, जिसका ठेका हैदराबाद की टेक्निक यूनिक कंपनी को 1200 करोड़ रुपए में दिया गया था, लेकिन 800 करोड़ लग जाने के बावजूद सड़क आज भी अधूरी है, गोपद नदी पर बन रहे पुल हो या सड़क पर बनने वाली अन्य पुलिया, सब अधूरी पड़ी है, बनी हुई सड़क जर्जर हो चुकी है, जगह-जगह गड्ढे हो चुके हैं. जिसका खामियाजा राहगीरों को भुगतना पड़ रहा है.
ठेकेदार की लापरवाही और प्रशासन की अनदेखी की वजह से अधूरी पड़ी सड़क के चलते आये दिन हादसे हो रहे हैं, लोगों के वाहन खराब हो रहे हैं और समय भी बर्बाद हो रहा है. बावजूद इसके न तो प्रशासन ध्यान दे रहा है और न ही मध्यप्रदेश सरकार इस तरफ कोई ध्यान दे रही है. इस मामले में प्रदेश के मंत्री कमलेश्वर पटेल का कहना है कि सड़क का टेंडर हो चुका है, बारिश जाने के बाद काम शुरू किया जाएगा.