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करोड़ों खर्च करने के बाद भी आठ साल से अधूरा पड़ा हाई-वे का निर्माण, हादसों को दे रहा न्योता - हादसों को दे रहा न्योता

ठेकेदार की लापरवाही और प्रशासन की अनदेखी की वजह से आज भी हाईवे का काम अधूरा पड़ा हैं इसी की वजह से आए दिन इस सड़क पर हादसे हो रहे हैं जिसका खामियाजा लोगो को भुगतना पड़ रहा हैं.

आठ साल से अधूरा पड़ा हाई-वे का निर्माण
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Published : Aug 11, 2019, 3:28 PM IST

सीधी। सिंगरौली नेशनल हाई-वे बनते 8 साल गुजर गए, लेकिन अब तक ये काम पूरा नहीं हो सका है, थोड़ा-बहुत जो काम हुआ था, वो भी बेकार हो चुका है. हैदराबाद की एक कंपनी को इसका टेंडर मिला था, आधे से ज्यादा पैसा खर्च करने के बाद भी हाई-वे का निर्माण अधूरा पड़ा है और ठेकेदार अपना बोरिया बिस्तर बांधकर वहां से फरार हो चुका है, ऐसे में जो सड़क बनी थी, वो भी उखड़ने लगी है, जिससे आये दिन हादसे हो रहे हैं.

आठ साल से अधूरा पड़ा हाई-वे का निर्माण

सीधी से सिंगरौली तक फोर लेन सड़क का निर्माण होना था, उसमें पुल-पुलिया भी शामिल था, जिसका ठेका हैदराबाद की टेक्निक यूनिक कंपनी को 1200 करोड़ रुपए में दिया गया था, लेकिन 800 करोड़ लग जाने के बावजूद सड़क आज भी अधूरी है, गोपद नदी पर बन रहे पुल हो या सड़क पर बनने वाली अन्य पुलिया, सब अधूरी पड़ी है, बनी हुई सड़क जर्जर हो चुकी है, जगह-जगह गड्ढे हो चुके हैं. जिसका खामियाजा राहगीरों को भुगतना पड़ रहा है.

ठेकेदार की लापरवाही और प्रशासन की अनदेखी की वजह से अधूरी पड़ी सड़क के चलते आये दिन हादसे हो रहे हैं, लोगों के वाहन खराब हो रहे हैं और समय भी बर्बाद हो रहा है. बावजूद इसके न तो प्रशासन ध्यान दे रहा है और न ही मध्यप्रदेश सरकार इस तरफ कोई ध्यान दे रही है. इस मामले में प्रदेश के मंत्री कमलेश्वर पटेल का कहना है कि सड़क का टेंडर हो चुका है, बारिश जाने के बाद काम शुरू किया जाएगा.

सीधी। सिंगरौली नेशनल हाई-वे बनते 8 साल गुजर गए, लेकिन अब तक ये काम पूरा नहीं हो सका है, थोड़ा-बहुत जो काम हुआ था, वो भी बेकार हो चुका है. हैदराबाद की एक कंपनी को इसका टेंडर मिला था, आधे से ज्यादा पैसा खर्च करने के बाद भी हाई-वे का निर्माण अधूरा पड़ा है और ठेकेदार अपना बोरिया बिस्तर बांधकर वहां से फरार हो चुका है, ऐसे में जो सड़क बनी थी, वो भी उखड़ने लगी है, जिससे आये दिन हादसे हो रहे हैं.

आठ साल से अधूरा पड़ा हाई-वे का निर्माण

सीधी से सिंगरौली तक फोर लेन सड़क का निर्माण होना था, उसमें पुल-पुलिया भी शामिल था, जिसका ठेका हैदराबाद की टेक्निक यूनिक कंपनी को 1200 करोड़ रुपए में दिया गया था, लेकिन 800 करोड़ लग जाने के बावजूद सड़क आज भी अधूरी है, गोपद नदी पर बन रहे पुल हो या सड़क पर बनने वाली अन्य पुलिया, सब अधूरी पड़ी है, बनी हुई सड़क जर्जर हो चुकी है, जगह-जगह गड्ढे हो चुके हैं. जिसका खामियाजा राहगीरों को भुगतना पड़ रहा है.

ठेकेदार की लापरवाही और प्रशासन की अनदेखी की वजह से अधूरी पड़ी सड़क के चलते आये दिन हादसे हो रहे हैं, लोगों के वाहन खराब हो रहे हैं और समय भी बर्बाद हो रहा है. बावजूद इसके न तो प्रशासन ध्यान दे रहा है और न ही मध्यप्रदेश सरकार इस तरफ कोई ध्यान दे रही है. इस मामले में प्रदेश के मंत्री कमलेश्वर पटेल का कहना है कि सड़क का टेंडर हो चुका है, बारिश जाने के बाद काम शुरू किया जाएगा.

Intro:एंकर-- सीधी सिंगरौली नेशनल हाईवे बनते 8 साल गुजर गए हैं लेकिन आज भी अधूरी पड़ी है जो बना भी है वह भी उखड़ रहा है हैदराबाद की एक कंपनी को इसका टेंडर मिला था जिसमें 12 सौ करोड़ रुपए की लागत से इसका निर्माण होना था लेकिन दुर्भाग्य की 800 करोड़ लग जाने के बाद यह नेशनल हाईवे अधूरा पड़ा होकर आए दिन हादसों की वजह बनता जा रहा है वहीं इस मामले में मध्य प्रदेश शासन के मंत्री का कहना है कि सड़क का टेंडर हो चुका है बरसात निकल जाने के बाद काम शुरू किया जाएगा


Body:वॉइस ओवर-1 रांची से झांसी को जोड़ने वाले 39 जो सीधी से सिंगरौली तक बनने के लिए हैदराबाद की टेक्निक यूनिक कंपनी जो 12 100 करोड़ रुपए का टेंडर मिला था जिसमें फोर लाइन सड़क का निर्माण करना था उसमें पुल और पुलिया भी शामिल थी लेकिन एक तरफ का दो बना दिया गया है लेकिन दूसरी तरफ की सड़क आज भी अधूरी पड़ी हुई है और ठेकेदार कंपनी लेकर फरार हो चुका है ऐसे में जो बनी थी सड़क में भी उखड़ रही है पुलिया पर क्षण निकल रहे हैं जगह-जगह गड्ढे हो चुके हैं जिसकी वजह से वाहन हिचकोले मारते हुए चलते हैं यह हाल लगभग 8 से 10 साल से सीधी और सिंगरौली वासी सड़क की दुर्दशा का दर्द झेलते आए हैं लोगों की मानें तो यह 2012 तक सड़क सीधी से सिंगरौली कंपलीट होकर बन जानी थी लेकिन ठेकेदार की लापरवाही और प्रशासन की अनदेखी की वजह से आज भी अधूरी पड़ी है इसी की वजह से आए दिन इस सड़क पर हादसे हो रहे हैं लोगों के वाहन खराब हो रहे हैं लोगों का समय भी बर्बाद हो रहा है बावजूद इसके ना तू शासन ध्यान दे रहा है ना ही मध्यप्रदेश शासन इस पर कोई ध्यान दे रही है।
बाइट-1 मनीष त्रिपाठी स्थानीय।
वहीं इस मामले में हमने जब मध्यप्रदेश शासन पंचायत और ग्रामीण विकास मंत्री कमलेश्वर पटेल से बात की तो उनका कहना है कि एनएच सड़क को लेकर मुख्यमंत्री के समक्ष समीक्षा बैठक की गई है जिससे इस सड़क का टेंडर हो चुका है और बरसात की वजह से अभी काम नहीं हो रहा है बरसात निकलते ही का काम शुरू किया जाएगा भाजपा पर तंज कसते हुए कहा कि यह पिछली सरकार की देन है जो सीधी और सिंगरौली खेलो सड़क की दुर्घटना का दंश झेलते आ रहे हैं।
बाइट-2 कमलेश्वर पटेल पंचायत और ग्रामीण विकास मंत्री मध्य प्रदेश शासन


Conclusion:बहरहाल 800 करोड़ रुपए लगने के बाद भी यह सड़क आज भी अधूरी है गोपद नदी पर बन रहे पुल चाहे सड़क पर अन्य पुलिया आज भी अधूरी पड़ी हुई है बनी हुई सड़क जर्जर हो चुकी है जगह-जगह गड्ढे हो चुके हैं जिसका नुकसान राहगीरों को भुगतना पड़ रहा है ऐसे में देखना होगा कि शासन बरसात के बाद क्या वाकई सड़क का टेंडर देकर काम शुरू करवाएंगे यह देखने वाली बात होगी।
पवन तिवारी ईटीवी भारत सीधी मध्य प्रदेश
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