सीधी। कोतवाली पुलिस की मनमानी के खिलाफ कांग्रेस ने एसपी से शिकायत कर निष्पक्ष जांच की मांग की है. मामला 18 जून का है, जब कोतवाली पुलिस के दो आरक्षकों ने एक कार को शराब के नश में टक्कर मार दी थी. जिसके बाद कार में सवार महिलाओं सहित अन्य व्यक्तियों से बदसलूकी भी की थी. हालांकि मामला उस समय शांत हो गया था. वहीं एक बार फिर नए दरोगा राजेश पांडेय में मामले को तूल देते हुए पीड़ित परिवार के सदस्यों को पैदल ही पुलिस बल के साथ 25 अगस्त को थाने में लाया गया. जिसके बाद जिला कांग्रेस कमेटी ने कोतवाली पुलिस की बर्बरता की निंदा की है और निष्पक्ष जांच की मांग की है.
बताया गया है कि बीते 18 जून की रात आरक्षक अमरेंद्र सिंह चंदेल और अनूप पेन्ड्रो ने शराब के नशे में ब्लाक कांग्रेस कमेटी के प्रभारी अशोक सिंह चौहान के यहां आए रिश्तेदार की कार को ठोकर मार दी. कार सवार महिलाओं सहित अन्य लोगों से बदतमीजी भी की थी. घटना के बाद आसपास के लोग जमा हो गए थे. जानकारी लगते ही अशोक सिंह मौके पर पहुंचे और उन्होंने मामला शांत कराते हुए दोनों आरक्षकों को घर भेज दिया.
इसके बाद कोतवाली पहुंचे आरक्षकों ने मामले की शिकायत कर दी. जिसके बाद तत्कालीन थाना प्रभारी शेषमणि पटेल ने अपने आरक्षकों की गलती स्वीकार कर मामला ठंडे बस्ते में डाल दिया था. वहीं अब नए दरोगा राजेश पांडेय 25 अगस्त को अशोक सिंह चौहान के घर भारी पुलिस बल के साथ पहुंच गए. जहां अशोक सिंह सहित उनके घर के चार सदस्यों को पैदल ही कोतवाली लेकर आए और दो घण्टे बाद छोड़ भी दिया.
जूलूस निकालने और अपमानित के मामले में अशोक सिंह चौहान का कहना है कि घर में घुस कर महिलाओं के साथ बदसलूकी की गई. साथ ही पुलिस सभी को उठाकर थाने लेकर आ गयी है. जिससे हमारे सम्मान को ठेस पहुची है. पुलिस की इस बर्बरता की निष्पक्ष जांच होनी चाहिए.
कांग्रेस के प्रदेश उपाध्यक्ष लालचंद गुप्ता का कहना है कि पुलिस की इस गुंडागर्दी की हम निंदा करते हैं. मामले को लेकर निष्पक्ष जांच होनी चाहिए. इस मामले में एएसपी अंजुलता पटले का कहना है कि आवेदन कांग्रेस की तरफ से आया है. जांच के बाद जो भी तथ्य सामने आएंगे, उसी के आधार पर कार्रवाई की जाएगी.