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70 साल पहले मर चुके व्यक्ति को जिंदा कर जमीन की हो गयी रजिस्ट्री, आदिवासी परिवार हो रहा परेशान - Registry

सीधी में एक जमीन के गलत कागजात के आधार पर जमीन की हेरा फेरी करने का मामला सामने आया है. फरियादी परिवार का आरोप है कि उप पंजीयक दुर्गावती सिंह ने फर्जी तरिके से जमीन गांव के राम अभिलाख ब्राह्मण और सरोज सिंह सेंगर के नाम कर दी है.

Case of wrongful land grab in Sidhi
जमीन की गलत रजिस्ट्री करने का मामला
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Published : Dec 3, 2019, 4:46 PM IST

सीधी। जिले में कागजों की हेरा फेरी कर जमीन हथियाने का मामला सामने आया है. रजिस्ट्रार कार्यालय में एक अदिवासी परिवार पहुंचा, जिसका कहना है कि 70 उसके पिता के दोस्त ने जमीन उन्हें दी थी. गांव के राम अभिलाख ब्राह्मण और सरोज सिंह सेंगर ने कागजों में फेर बदलकर उनकी जमीन अपने नाम कर ली है.

जमीन की गलत रजिस्ट्री करने का मामला

फरियादी नारायण दास गुप्ता का कहना है कि 1 साल पहले उनकी जमीन को गलत कगजों के दम पर लाल बहादुर गौंड ने अपने नाम कर लिया है. जबकि नारायण दास गुप्ता और उनका परिवार कई सालों से उसी जमीन पर घर बनाकर रह रहा है. जानकारी देते हुए उन्होनें बताया कि हीराराम वसुधा राम ब्राह्मण 70 साल पहले मर चुके है. उनका कोई बारिश नहीं था. इसलिए उन्होनें अपनी जमीन का कुछ हिस्सा इन आदिवासियों के रहने के लिए उनके नाम कर दिया था.

लेकिन गांव की ही राम अभिलाख ब्राह्मण और सरोज सिंह सेंगर ने मृतक हीराराम बसुधा राम के स्थान पर लाल बहादुर गौंड को खड़ा कर दिया और उप पंजीयक दुर्गावती सिंह ने फर्जी रजिस्ट्री कर दी. जिस कारण वे पिछले एक साल से भटक रहे हैं. लेकिन इनकी सुनने वाला अब कोई नहीं है. वहीं इस मामले में उप पंजीयक दुर्गावती सिंह कहना है की मामला अभी हमारे संज्ञान में आया है. हमारे कार्यालय में दस्तावेज और रिकॉर्ड के आधार पर रजिस्ट्री की जाती है हमारी कार्यालय में चूक नहीं हो सकती.

सीधी। जिले में कागजों की हेरा फेरी कर जमीन हथियाने का मामला सामने आया है. रजिस्ट्रार कार्यालय में एक अदिवासी परिवार पहुंचा, जिसका कहना है कि 70 उसके पिता के दोस्त ने जमीन उन्हें दी थी. गांव के राम अभिलाख ब्राह्मण और सरोज सिंह सेंगर ने कागजों में फेर बदलकर उनकी जमीन अपने नाम कर ली है.

जमीन की गलत रजिस्ट्री करने का मामला

फरियादी नारायण दास गुप्ता का कहना है कि 1 साल पहले उनकी जमीन को गलत कगजों के दम पर लाल बहादुर गौंड ने अपने नाम कर लिया है. जबकि नारायण दास गुप्ता और उनका परिवार कई सालों से उसी जमीन पर घर बनाकर रह रहा है. जानकारी देते हुए उन्होनें बताया कि हीराराम वसुधा राम ब्राह्मण 70 साल पहले मर चुके है. उनका कोई बारिश नहीं था. इसलिए उन्होनें अपनी जमीन का कुछ हिस्सा इन आदिवासियों के रहने के लिए उनके नाम कर दिया था.

लेकिन गांव की ही राम अभिलाख ब्राह्मण और सरोज सिंह सेंगर ने मृतक हीराराम बसुधा राम के स्थान पर लाल बहादुर गौंड को खड़ा कर दिया और उप पंजीयक दुर्गावती सिंह ने फर्जी रजिस्ट्री कर दी. जिस कारण वे पिछले एक साल से भटक रहे हैं. लेकिन इनकी सुनने वाला अब कोई नहीं है. वहीं इस मामले में उप पंजीयक दुर्गावती सिंह कहना है की मामला अभी हमारे संज्ञान में आया है. हमारे कार्यालय में दस्तावेज और रिकॉर्ड के आधार पर रजिस्ट्री की जाती है हमारी कार्यालय में चूक नहीं हो सकती.

Intro:एंकर-- सीधी में जमीन की हेरा फेरी कर हथियाना चाहते हैं अगर आप तो किसी भी जमीन के फर्जी कागजात लगाइए और जमीन अपने नाम करा सकते हैं कुछ ऐसा ही कारनामा आज उस वक्त रजिस्ट्रार कार्यालय में देखने में आया है जहां 70 साल पहले मर चुके इंसान के भूत ने रजिस्ट्री जमीन की कर दी आदिवासी परिवार अब भटकने के अलावा उसके पास कोई चारा नहीं रहा वही जिम्मेदार अधिकारी कहते हैं कि हमें कागजात और रिकॉर्ड के आधार पर जमीन की रजिस्ट्री कर देते हैं अब वह कागजात फर्जी है या असली जांच करना हमारा काम नहीं।


Body:बाईस ओवर(1)- सीधी के पड़खुरी गांव से आए इन ग्रामीणों की किस्मत में भटकने के अलावा कुछ नहीं बचा 1 साल पहले इन आदिवासियों की जमीन पर किसी दूसरे ने अपने नाम करा ली जबकि उस जमीन में यही पीड़ित लोग का काबिज है, दरअसल हीराराम वसुधा राम ब्राह्मण 70 साल पहले मर चुके इनकी कोई बारिश नहीं है और जमीन का कुछ हिस्सा इन आदिवासियों के रहने के लिए इनके नाम कर दिया गया अब गांव की ही राम अभिलाख ब्राह्मण और सरोज सिंह सेंगर ने मृतक हीराराम बसुधा राम के स्थान पर लाल बहादुर गौंड को खड़ा कर दिया और उप पंजीयक दुर्गावती सिंह ने फर्जी रजिस्ट्री कर दी आज यह लोग 4 माह से भटक रहे हैं लेकिन इनकी सुनने वाला अब कोई नहीं है।
बाइट(1) नारायण दास गुप्ता पीड़ित।
बाइट(2) सेवकराम कोल पीड़ित।
वहीं इस मामले में उप पंजीयक दुर्गावती सिंह कहना है की मामला अभी हमारे संज्ञान में आया है हमारे कार्यालय में दस्तावेज और रिकॉर्ड के आधार पर रजिस्ट्री की जाती है हमारी कार्यालय में चूक नहीं हो सकती।
बाइट(3) दुर्गावती सिंह उप पंजीयक सीधी


Conclusion:बाहर हाल सीधी में इन दिनों फर्जी रजिस्ट्री होने के मामले लगातार बढ़ रहे हैं ऐसे में सवाल उठता है कि आखिर आदमी अपनी जमीन कैसे सुरक्षित रख सकता है यह सबसे बड़ा सवाल है जब जिम्मेदार ही कागजात फर्जी है या असली जांच नहीं करते और रजिस्ट्री कर दी जाती है ऐसे में अब देखना होगा कि शासन फर्जी रजिस्ट्री रोकने में क्या कोई कदम उठाता है या दूसरी पर कोई कार्यवाही करता है यह देखने वाली बात होगी।
पवन तिवारी ईटीवी भारत सीधी मध्य प्रदेश।
नोट- यह खबर किसी के पास नहीं है।।।
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