सीधी। सीधी बस हादसे में अब तक 51 लोगों की मौत हो चुकी है. बाकी तीन लोगों का रेस्क्यू ऑपेरशन जारी है. लेकिन अब हादसे के बाद लापता तीन लोगों की तलाश सेना के जिम्मे सौंप दिया है. नहर के अंदर 3 किलोमीटर लंबी सुरंग (टनल) में ढूंढने के लिए चल रहे अभियान में शामिल होने की सेना ने तैयारी कर ली है. सीधी कलेक्टर रवीन्द्र कुमार चौधरी ने गुरुवार को बताया कि जबलपुर से सेना का एक दल इस बस हादसे में लापता तीन लोगों को खोजने के लिए शीघ्र ही राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) को सहयोग करेगा.
तीन लापता लोगों की जारी है खोज
उन्होंने कहा कि इस नहर में 3 किलोमीटर से अधिक लंबी सुरंग भी है. वहां पर बहुत ही कम ऑक्सीजन रहती है. इस बात की आशंका है कि लापता व्यक्ति इसमें हो सकते हैं. इस सुरंग में इन 3 लापता लोगों की खोज की जा रही है. कलेक्टर ने बताया कि खोज के लिए निपुणता एवं विशेषज्ञता की आवश्यकता है. इसलिए सेना के इस दल को बुलाया गया है.
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32 सीट वाली बस में थे 61 सवार- कलेक्टर
एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि बस में चालक सहित कुल 61 लोग इसमें सवार थे. उन्होंने कहा कि इनमें से 51 लोगों की डूबने से मौत हो गई, छह को बचा लिया गया है और तीन लोग अभी भी लापता हैं. इसके अलावा, बस चालक भी था, जिसे बुधवार सुबह गिरफ्तार किया गया है. कलेक्टर के मुताबिक यह 32 सीट क्षमता वाली बस थी लेकिन इसमें 61 लोग सवार थे.
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उन्होंने कहा कि बस में सवार 40 से अधिक लोग एएनएम (महिला स्वास्थ्य कार्यकर्ता) की भर्ती परीक्षा एवं अन्य परीक्षा देने सतना जा रहे थे, बस खचाखच भरी हुई थी. चौधरी ने कहा कि सामान्य रूप से इस मार्ग में बसें अपनी सीट क्षमता से अधिक यात्रियों को नहीं ले जाती हैं.
सेना ने शुरु किया सर्चिंग अभियान
हादसे के बाद लापता तीन लोगों की तलाश के लिए अब सेना ने मोर्चा संभाल लिया है. टेनल के अंदर सेना की दो बोट तलाशी के लिए उतर चुकी है और अब लापता लोगों की तलाश की जा रही है.