सीधी। जिला अस्पताल की व्यवस्थायें अपनी दुर्दशा पर खुद आंसू बहाने को मजबूर है, आलम यह है कि डॉक्टर की कमी होने की वजह से मरीज घंटों तड़पते रहते हैं. वहीं एक पिता गुरुवार को अपनी बेटी के शव को घर ले जाने के लिये शव वाहन की तलाश में भटकता रहा.
यह है मामला-
- जिला अस्पताल में एक व्यक्ति अपनी बेटी के शव को घर ले जाने के लिये शव वाहन की तलाश में 4 से 5 घंटे परिसर में भटकता रहा.
- मृतिका को उल्टी दस्त होने के बाद अस्पताल में भर्ती कराया था, जहां उसी मौत हो गई.
- बेटी की मौत से दुखी पिता उसके शव को घर ले जाना चाहता था लेकिन उसे शव वाहन नहीं मिल पाया.
- पिता अपनी बेटी के शव को वार्ड में मरीजों के बीच रखकर वाहन ढूंडता रहा.
- घंटों खोजने के बाद उसे मुश्किल से वाहन मिला, जिसके बाद पीड़ित जय किसन अपनी बेटी के शव को लेकर घर पहुंचा.
- जिला अस्पताल के सिविल सर्जन को भी शव वाहन के ड्राइवर के बारे में कोई जानकारी नहीं थी.
- अस्पताल प्रबंधन की संवेदनहीनता और लापरवाही के चलते बेटी की मौत से दुखी पिता घंटों परिसर में भटकता रहा.