शहडोल: मकर संक्रांति के साथ ही खरमास का समापन हो गया और शादी विवाह के शुभ मुहूर्त एक बार फिर से शुरू हो गए हैं. शहनाइयों की गूंज एक बार फिर से सुनाई देने लग गई है. हिंदू धर्म में कोई भी शुभ कार्य बिना मुहूर्त के संपन्न नहीं होता है. किसी भी कार्य को शुरू करने से पहले लोग मुहूर्त देखते हैं. यही कारण है कि लोग शादी विवाह जैसे मांगलिक कार्य करने से पहले मुहूर्त निकलवाते हैं. इसी क्रम में लोग पंडित पुजारी और ज्योतिषियों के पास शादी विवाह के मुहूर्त निकलवाने पहुंच रहे हैं.
साल 2025 में शादी के मुहूर्त
ज्योतिषाचार्य पंडित सुशील शुक्ला शास्त्री ने बताया कि "खरमास का महीना मकर संक्रांति यानि 14 जनवरी से खत्म हो चुका है. इसके साथ ही शुभ और मांगलिक कार्यक्रम होने शुरू भी हो गए हैं. अगर बात शादी विवाह कि करें तो नए साल 2025 में शादी ब्याह के बहुत सारे मुहूर्त हैं. बता दें कि जनवरी से लेकर मार्च तक शादी विवाह का अलग-अलग तारीखों में शुभ मुहूर्त है.
इसके बाद 14 मार्च से 13 अप्रैल तक 1 महीने के लिए खरमास लग जाएगा. खरमास के दौरान पूरे एक महीने शुभ कार्य नहीं होंगे. इसके बाद 14 अप्रैल से 8 जून तक शादी विवाह के बहुत सारे मुहूर्त हैं, फिर इसके बाद गुरु अस्त हो जाएगा और शादी विवाह के मुहूर्त बंद हो जाएंगे. इसके बाद साल 2025 में सीधे देवउठनी एकादशी यानि 18 नवंबर 2025 से शादी विवाह का दौर शुरू होगा.
किस महीने कब-कब शुभ मुहूर्त
ज्योतिषाचार्य पंडित सुशील शुक्ला शास्त्री बताते हैं कि "साल 2025 में शादी विवाह के बहुत सारे मुहूर्त हैं.
- जनवरी महीने में 22, 23, 26 और 27 को शादी विवाह के लिए बहुत शुभ मुहूर्त है.
- फरवरी महीने में 1, 2, 3, 6, 7, 8, 12, 13, 14, 15, 16, 17, 18, 19, 20, 21, 22, 23, 24 और 25 तारीखों में शादी के लिए शुभ मुहूर्त हैं.
- मार्च महीने में 1, 2, 3, 6, 7, 11, 12 और 13 तारीख को शादी विवाह का शुभ मुहूर्त है. इसके बाद 14 मार्च से खरमास शुरू हो जाएगा, जो 13 अप्रैल तक रहेगा. इसके बाद 14 अप्रैल से एक बार फिर से शादी विवाह का दौर शुरु हो जाएगा.
- अप्रैल महीने में 14, 15, 16, 17, 18, 19, 20, 21, 24, 26 और 29 अप्रैल को शादी विवाह के लिए शुभ मुहूर्त है.
- मई महीने में 1, 5, 6, 7, 8, 9, 10, 11, 14,15, 16, 17, 18, 22, 23, 24 और 28 मई को शादी विवाह के शुभ मुहूर्त हैं.
- जून महीने में 1, 2, 3, 4, 5, 7 और 8 तारीख को शादी विवाह के मुहूर्त हैं.
जून की 8 तारीख से गुरु का अस्त हो जाएगा. जिसकी वजह से शादी विवाह के कार्य में लंबा ब्रेक लग जाएगा और फिर साल 2025 में देवउठनी एकादशी यानि 18 नवंबर 2025 के बाद फिर से शादी विवाह के मांगलिक कार्यक्रम शुरू होंगे.