शिवपुरी। शिक्षा के मंदिर में शिक्षक का दर्जा भगवान से कम नहीं है. बच्चों का भविष्य निर्माता शिक्षक को ही माना जाता है, लेकिन जब महज चंद रुपयों के लालच में ये भविष्य निर्माता खुद बच्चों को तालीम देने का माध्यम कही जाने वाली पाठ्य पुस्तकों को ही बेच दें, तो शिक्षा और बच्चों का भगवान ही मालिक है. ऐसा ही एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें पोहरी के दूरस्थ छर्च क्षेत्र अंतर्गत खरवाया एकीकृत स्कूल में गुपचुप तरीके से शिक्षक भगवान लाल जाटव मोटरसाइकिल पर सवार होकर आए एक कबाड़ी को किताबें बेच रहे हैं.
बताया जा रहा है कि यह किताबें शैक्षणिक सत्र 2020-21 की हैं. हैरानी इस बात को लेकर भी है कि इतनी बड़ी संख्या में किताबें कैसे बच गईं ? आशंका है कि शिक्षक ने बच्चों को पिछले सत्र में किताबें बांटी ही नहीं. जिस शिक्षक का वीडियो वायरल हो रहा है, वह मिडिल और हाई स्कूल का प्रभारी है.
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बता दें कि, इस बार कोरोना संकट के बावजूद विभाग ने जुलाई-अगस्त माह में पाठ्य पुस्तकें स्कूलों तक पहुंचाईं थीं. शिक्षकों को घर-घर जाकर इनका वितरण करने के निर्देश दिए गए थे, ताकि बच्चे घर पर ऑनलाइन, मोहल्ला क्लास के जरिए इन पाठ्य पुस्तकों से पढ़ सकें.