शिवपुरी। जंगलों में जानवरों के बीच अक्सर रोचक घटनाएं सामने आती रहती है. कुछ ऐसा ही हुआ मध्यप्रदेश के शिवपुरी में स्थित माधव नेशनल पार्क में. यहां 2 दिन पहले सीएम शिवराज और केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया द्वारा बाड़े में छोड़े गए एक बाघ-बाघिन के जोड़े में से एक बाघ के बाड़े में भागने की खबर सामने आई थी. यह खबर सोशल मीडिया पर रविवार की सुबह से जमकर वायरल हो रही है. लेकिन फॉरेस्ट डिपार्टमेंट ने इसे अफवाह बताते हुए कहा कि बलारपुर कंपाउंड में बनाए गए बाड़े में रात के समय टाइगर गड्डे में छुप गया था, इसलिए रात के समय दिखाई नहीं दिया.
टाइगर के फरार होने की खबर से मचा हड़कंप: बताया जा रहा है कि नर्मदापुरम जिला स्थित सतपुड़ा बाघ अभयारण्य से लाया गया बाघ फारेस्ट डिपार्टमेंट की सुरक्षा व्यवस्था में सेंध लगाकर शनिवार-रविवार की दरमियानी रात माधव नेशनल पार्क के बलारपुर बाड़े से फरार हो गया. टाइगर के फरार होने की खबर से फारेस्ट डिपार्टमेंट में हड़कंप मच गया. फारेस्ट डिपार्टमेंट के साथ पुलिस भी टाइगर को ढूंढने में जुटी रही हालांकि टाइगर के फरार होने की पुष्टि फारेस्ट डिपार्टमेंट द्वारा अब तक नहीं की गई है. जिम्मेदार अधिकारियों से जब इस संबंध में फोन पर बात की गई तो किसी भी अधिकारियों ने मीडिया कर्मियों का फोन नहीं उठाया.
सोशल मीडिया पर टाइगर के फरार होने की अफवाह: बताया जा रहा है कि माधव नेशनल पार्क के बलारपुर कंपाउंड में बनाए गए बाड़े में रात के समय टाइगर गड्डे में छुप गया. जिस कारण टाइगर नाइट विजन कैमरे में नजर नहीं आ रहा था. इसलिए पार्क प्रबंधन ने टाइगर की तलाश शुरू कर दी थी. पार्क प्रबंधन के लोगों से यह जानकारी जैसे ही बाहर के कुछ लोगों को मिली टाइगर की फरार होने की अफवाह सोशल मीडिया पर फैल गई. फॉरेस्ट डिपार्टमेंट के उपसंचालक अनिल सोनी ने बताया कि माधव नेशनल पार्क के बलारपुर में बनाए गए बाड़े में दोनों टाइगर सुरक्षित हैं. किसी ने टाइगर के फरार होने की झूठी अफवाह सोशल मीडिया पर उड़ा दी है थी.
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फरार हुए टाइगर ने मेनिट में मचाया था उत्पात: माधव नेशनल पार्क के बलारपुर बाड़े से फरार हुए बाघ को सतपुड़ा बाघ अभयारण्य से लाया गया था. यह वही बाघ है जिसने कुछ महीनों पहले मौलाना आजाद नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी भोपाल के कैंपस में घुस कर उत्पात मचाया था. कैंपस में बाघ घुसने के कारण मेनिट कैंपस बंद कर दिया गया था. बाघ ने यहां एक गाय को भी अपना शिकार बनाया था. कड़ी मशक्कत के बाद फारेस्ट डिपार्टमेंट द्वारा इस बाघ को पकड़ा गया था.