शिवपुरी। कूनो नेशनल पार्क से भागा नीमीबियाई चीता ओवान रविवार को पूरे दिन शिवपुरी जिले की बैराड़ तहसील क्षेत्र के रिहायशी इलाके के आसपास खेतों में घूमता नजर आया. चीते के रिहायशी इलाके के आसपास घूमने से जहां एक ओर ग्रामीणों में दहशत बनी हुई है वहीं दूसरी ओर युवाओं में चीते को देखने की उत्सुकता देखी जा रही है. सैकड़ों की संख्या में मौजूद गांवों के युवा अपने मोबाइल से चीते की वीडियो बनाते नजर आए.
खेतों में चहलकदमी करता दिखा चीता : कूनो नेशनल पार्क से भागा चीता ओवान सबसे पहले बैराड़ तहसील क्षेत्र के जौराई गांव में देखा गया. जिसके बाद चीता कैमई रैय्यान और देवपुरा गांव के खेतों में चहलकदमी करता नजर आया. रविवार की देर शाम चीते की लोकेशन देवपुरा गांव में देखी गई. फिलहाल चीता देवपुरा गांव से बैराड़ कस्बे के रिहायशी इलाके की ओर बढ़ रहा है. वन विभाग की एक टीम लगातार चीते की सुरक्षा और उसकी हर गतिविधियों पर नजर रखे हुए है. दरअसल, शिवपुरी जिले की बैराड़ तहसील क्षेत्र का जंगल कूनो नेशनल पार्क की सीमा से लगा हुआ है. यही कारण है कि चीता बार-बार नेशनल पार्क की सीमा को लांघकर शिवपुरी जिले के जंगल में प्रवेश कर जाता है.
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10 दिन पहले ही किया रेस्क्यू : 10 दिन पहले कूनो नेशनल पार्क से भागे चीते ओवान को दक्षिण अफ्रीका से आई टीम ने डॉक्टरों की मौजूदगी में बैराड़ तहसील क्षेत्र के डाबरपुरा रामपुरा गांव से ट्रेंकुलाइज कर रेस्क्यू किया था. इसके बाद ओवान चीते को वापस कूनो नेशनल पार्क में छोड़ा गया था. वन विभाग और पशु चिकित्सा विशेषज्ञों का कहना है कि इतने कम समय में दोबारा से चीते को ट्रेंकुलाइज कर रेस्क्यू नहीं किया जा सकता है. इसलिए वन विभाग फिलहाल चीते की सुरक्षा में उसके आसपास लगा हुआ है. इसके लिए वन विभाग स्थानीय पुलिस प्रशासन की मदद भी ले रहा है. वन विभाग चीते को दोबारा से कूनो नेशनल पार्क क्षेत्र में ले जाने की कवायद में जुटा हुआ है.