शिवपुरी। क्षेत्रीय सांसद डॉ. केपी यादव द्वारा सामाजिक कार्यक्रम के दौरान दिए गए बयान सुर्खियों में हैं. उनका बयान से जिले से लेकर प्रदेश की राजनीति में हड़कंप है. शिवपुरी जिले के सिधियानिष्ठ नेताओं ने सांसद केपी यादव के इस बयान की घोर निंदा की है. अपने नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया के समर्थन में एक वीडियो भी जारी किया है. कोलारस के पूर्व विधायक महेन्द्र सिंह यादव और पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष के पुत्र और विधायक प्रतिनिधि रामवीर यादव बदरवास नगर परिषद उपाध्यक्ष भूपेंद्र यादव बोले ने इसकी कड़े शब्दों ने निंदा की है.
यह है पूरा मामला : सांसद केपी यादव शनिवार को दो कार्यक्रमों में शामिल हुए थे. दोनों में अपने उद्बोधन के दौरान उन्होंने कुछ ऐसे बयान दिए, जिन्हें सिंधिया घराने से जोड़कर देखा जा सकता है. पीजी कॉलेज में जीजाबाई सम्मान समारोह में मंच से कहा कि अगर कुछ लोगों ने गद्दारी नहीं की होती तो आज हम 75वीं नहीं बल्कि 175वीं वर्षगांठ मना रहे होते. वहीं यादव समाज के प्रतिभा सम्मान समारोह में सांसद ने भरे मंच से सिंधिया परिवार का नाम न लेते हुए उन पर कटाक्ष करते हुए कहा था कि इस क्षेत्र की बिडंवना है कि हम राजा-महाराजा से घिरे हैं. इसके बाद भी हमने यादव समाज ने अपना शानदार इतिहास बनाया है. क्रीड़ा भारती द्वारा आयोजित कार्यक्रम में सांसद केपी यादव ने शनिवार को गुना में आरएसएस से सम्बद्ध मानी जाने वाली क्रीड़ा भारती द्वारा मां जीजाबाई सम्मान समारोह कार्यक्रम आयोजित किया था. इसमें खिलाड़ियों और उनकी माताओं का सम्मान किया गया.
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सिंधिया परिवार पर साधा निशाना : उन्होंने कहा कि अनादिकाल से ही मातृ शक्ति का हमेशा से ही सम्मान रहा है. चाहे जीजा माता हों, चाहे रानी लक्ष्मीबाई हों, इन्हें कभी देश का कोई व्यक्ति भुला नहीं सकता है. रानी लक्ष्मीबाई भी हमारे जिले की सीमा से लगे उतर प्रदेश के झांसी जिले की ही थीं और उनके शौर्य के बारे में भी हम सभी जानते हैं. हम ये भी जानते हैं कि अगर उस समय कुछ लोगों ने उनके साथ गद्दारी नहीं कि होती तो शायद हमारा देश 75वी वर्षगांठ नहीं मना रहा होता स्वतंत्रता की, बल्कि 175वीं वर्षगांठ मना रहा होता. यादव समाज द्वारा आयोजित प्रतिभा सम्मान समारोह में सांसद ने कहा इस क्षेत्र में हमारी विडंबना है कि हम राजा-महाराजा से घिरे हैं. उसके बाद भी मैं आप लोगों को प्रणाम करता हूं. आपकी हिम्मत की दाद देना होगी कि राजा-महाराजा के होने पर भी हमारा इतिहास कम नहीं रहा. गुना, शिवपुरी और अशोकनगर में हम विधायक बने. मंडी अध्यक्ष और जिला पंचायत अध्यक्ष बने, सांसद बने. इस बयान के बाद पूर्व विधायक महेन्द्र यादव ने अपने फेसबुक अकाउंट से एक वीडियो जारी करते हुए कहा कि मैं इसकी कड़ी निंदा करता हूं. सांसद केपी यादव यह भूल गए हैं कि उनके पिता को भी जिला पंचायत की कुर्सी पर ज्योतिरादित्य सिंधिया ने ही बैठाया.