शिवपुरी। जिले के बैराड़ थाना क्षेत्र अंतर्गत पिपरई गांव में शनिवार की देर रात पूर्व डकैत हरिसिंह पंवार और उसके बेटे लल्ला पंवार ने अपने साथियों के साथ मिलकर आदिवासियों की मारपीट की और उन्हें गांव से खदेड़ दिया. आदिवासियों और पूर्व डकैत हरिसिंह पंवार के बीच जंगल से चीड़ की गोंद तोड़ने को लेकर विवाद था.
आदिवासी जंगल में पेड़ों पर लगी चीड़ की गोंद पर अपना हक बताते हैं. वहीं पूर्व डकैत हरिसिंह पंवार अपनी दबंगई के चलते इस पर अपना हक जता रहा है. इसी के चलते शनिवार की रात को विवाद हो गया. मारपीट की घटना से आक्रोशित आदिवासियों ने एकजुटता दिखाते हुए रविवार के इक्ठ्ठा होकर पूर्व डकैत हरिसिंह पंवार और उसके बेटे लल्ला पंवार पर कार्रवाई की मांग को लेकर पुलिस थाने का घेराव किया और थाना प्रभारी के नाम आवेदन पत्र दिया
बैराड़ पुलिस थाने पहुंचे आदिवासियों ने बताया कि पूर्व डकैत हरिसिंह पंवार और उसके बेटे लल्ला पंवार ने आदिवासियों का जीना दुशवार कर रखा है. वे जंगल से चीड़ की गोंद लेकर आते हैं तो लल्ला पंवार और उसके लोग उनसे गोंद छुड़ा कर मारपीट कर उन्हें भगा देते हैं. शनिवार की रात यानी 12 दिसंबर को पूर्व डकैत हरिसिंह पंवार के बेटे लल्ला पंवार ने चीड़ की गोंद को लेकर फिर से विवाद किया और रवि आदिवासी की बेरहमी से मारपीट की और उसे चाकू मार दिया.
मामले रिपोर्ट फरियादी ने बैराड़ थाने पर की थी, जिसकी सूचना लल्ला पंवार को मिली तो लल्ला पंवार ने अपने साथियों के साथ पिपरई के जंगल में झोपड़ी बना कर रह रहे आदिवासियों के यहां पहुंचा और उनसे मारपीट कर उन्हें वहां से खदेड़ा दिया और उनके बर्तन भी फोड़ दिए. फिलहाल बैराड़ पुलिस ने आदिवासियों को कार्रवाई का आश्वासन देकर गांव वापस भेज दिया है.