शिवपुरी। हेरोइन की तस्करी के मामले में डीआरआई के हाथ एक बड़ी सफलता लगी है. मुंबई स्थित बंदरगाह से बरामद की गई हेरोइन की खेप के मामले में डायरेक्टोरेट ऑफ रेवेन्यू इंटेलिजेंस जिले के दो और तस्करों को गिरफ्तार किया गया. ये आरोपी शिवपुरी में अंतरराष्ट्रीय तस्कर प्रभजीत की ओर से बनाए गए गोदाम को मैनेज करते थे. यह दोनों तरनतारन जिले से बताए जा रहे हैं. इसके अलावा डीआरआई की टीम ने जिले से नौ और लोगों को पूछताछ के लिए राउंडअप किया है.
अब तक 293 किलो हेरोइन बरामद
दरअसल, मुंबई बंदरगाह से डीआरआई की टीम ने कस्बा चोहला साहिब के प्रभजीत सिंह को हेरोइन की 135 किलो खेप के साथ गिरफ्तार किया था. इसके बाद लगातार बरामदगी होती रही. अब तक बरामद की गई हेरोइन की खेप का कुल वजन 293 किलो है. पहले यह 300 किलो बताई गई थी. यह भी पता चला है कि प्रभजीत ने जनवरी 2020 में 200 किलो के करीब हेरोइन की खेप भी मंगवाई थी.
प्रभजीत ने पूछताछ में किया खुलासा
उधर, 12 जुलाई तक पुलिस रिमांड पर चल रहे प्रभजीत ने पूछताछ में बताया कि शिवपुरी के कोलारस राई रोड स्थित गोदाम बनाया हुआ है. इस गोदाम में मुंबई बंदरगाह (महाराष्ट्र) से जिप्सम की बोरियों के साथ हेरोइन की बोरियां पहुंचाई जानी थीं. डीआरआई टीम की तरफ से अब यह भी पता लगाया जा रहा है कि, हेरोइन की खेप देश के किन-किन राज्यों में पहुंचाई जानी थी. साथ में यह भी पता लगाया जा रहा है कि प्रभजीत का संबंंध कहीं पाकिस्तान में बैठे उन लोगों के साथ तो नहीं जो पंजाब में नशा तस्करी, गैंगस्टर और खालिस्तानी मूवमेंट को हवा दे रहे हैं.
दो दिन तक चली छापामार कार्रवाई
मामले में पूछताछ के बाद डीआरआई की टीम ने शिवपुरी के कोलारस में स्थित दो गोदामों पर छापा मारा, डीआरआई टीम द्वारा की गई छापामार कार्रवाई को पूरी तरह से गुप्त रखा गया. डीआरआई की टीम द्वारा की गई कार्रवाई दो दिन तक चली, जिसके बाद वह गुपचुप तरीके से निकल भी गई.