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महिला ने एक साथ छह बच्चों को दिया था जन्म, पांच की मौत, एक की हालत नाजुक

श्योपुर के जिला अस्पताल में एक महिला ने एक साथ छह बच्चों को जन्म दिया, जिसमें से पांच बच्चों ने दम तोड़ दिया. एक बच्चे की हालत नाजुक बनी हुई है.

district hospital, sheopur
जिला अस्पताल, श्योपुर
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Published : Mar 1, 2020, 10:38 AM IST

Updated : Mar 1, 2020, 11:54 AM IST

श्योपुर। जिला अस्पताल में एक महिला ने एक साथ छह बच्चों को जन्म दिया था, जिसमें से पांच बच्चों की मौत हो गई. वहीं एक नवजात की हालत नाजुक बनी हुई है. प्रसव से पहले महिला की सोनो ग्राफी में इस बात का खुलासा हुआ कि प्रसूता के गर्भ में छह बच्चे हैं, इसके बाद महिला का प्रसव तो सुरक्षित कराया गया लेकिन पांच बच्चों को बचाया नहीं जा सका.

जिला अस्पताल के डॉक्टर आरबी गोयल

मामला श्योपुर के जिला अस्पताल का है जहां महिला मूर्ति सुमन निवासी बड़ौदा प्रसव पीड़ा होने पर परिजनों के साथ जिला अस्पताल पहुंची. जहां अस्पताल के डॉक्टरों ने जैसे ही महिला की सोनोग्राफी की तो उन्होंने देखा कि महिला के गर्भ में एक-दो नहीं बल्कि 6 बच्चे हैं, जिन्हें देखकर अस्पताल की नर्सों के हाथ-पांव फूल गए. लेकिन महिला और प्रसूति रोग विशेषज्ञ डॉ बीएल यादव ने इस केस को संभालते हुए महिला का नॉर्मल प्रसव कर महिला के गर्भ से एक-एक कर सभी बच्चों को सुरक्षित निकाल लिया.

महिला का प्रसव साढ़े छह माह में ही कराना पड़ा, इस वजह से चार बच्चों का वजन 600 से 700 ग्राम ही था जबकि दो बच्चियों का 300- 400 ग्राम वजन तौला गया. नवजातों की हालत बेहद नाजुक होने की वजह से उन्होंने एसएनसीयू वार्ड में दम तोड़ दिया एक नवजात की हालत नाजुक बनी हुई जिसका उपचार डॉक्टरों की निगरानी में जिला अस्पताल के एसएनसीयू वार्ड में किया जा रहा है.

श्योपुर। जिला अस्पताल में एक महिला ने एक साथ छह बच्चों को जन्म दिया था, जिसमें से पांच बच्चों की मौत हो गई. वहीं एक नवजात की हालत नाजुक बनी हुई है. प्रसव से पहले महिला की सोनो ग्राफी में इस बात का खुलासा हुआ कि प्रसूता के गर्भ में छह बच्चे हैं, इसके बाद महिला का प्रसव तो सुरक्षित कराया गया लेकिन पांच बच्चों को बचाया नहीं जा सका.

जिला अस्पताल के डॉक्टर आरबी गोयल

मामला श्योपुर के जिला अस्पताल का है जहां महिला मूर्ति सुमन निवासी बड़ौदा प्रसव पीड़ा होने पर परिजनों के साथ जिला अस्पताल पहुंची. जहां अस्पताल के डॉक्टरों ने जैसे ही महिला की सोनोग्राफी की तो उन्होंने देखा कि महिला के गर्भ में एक-दो नहीं बल्कि 6 बच्चे हैं, जिन्हें देखकर अस्पताल की नर्सों के हाथ-पांव फूल गए. लेकिन महिला और प्रसूति रोग विशेषज्ञ डॉ बीएल यादव ने इस केस को संभालते हुए महिला का नॉर्मल प्रसव कर महिला के गर्भ से एक-एक कर सभी बच्चों को सुरक्षित निकाल लिया.

महिला का प्रसव साढ़े छह माह में ही कराना पड़ा, इस वजह से चार बच्चों का वजन 600 से 700 ग्राम ही था जबकि दो बच्चियों का 300- 400 ग्राम वजन तौला गया. नवजातों की हालत बेहद नाजुक होने की वजह से उन्होंने एसएनसीयू वार्ड में दम तोड़ दिया एक नवजात की हालत नाजुक बनी हुई जिसका उपचार डॉक्टरों की निगरानी में जिला अस्पताल के एसएनसीयू वार्ड में किया जा रहा है.

Last Updated : Mar 1, 2020, 11:54 AM IST
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