श्योपुर। मध्य प्रदेश के कूनो नेशनल पार्क के पास के जंगल से ही दस शिकारियों को पकड़ा गया है. जो उस क्षेत्र में जमीन को समतल करके खेत बनाने के साथ ही शिकार भी किया करते थे. इनके पास से शिकार में उपयोग में लाए जाने वाली गोफन के साथ ही फंदे मिले हैं, जिनमें फंसाकर जानवरों का शिकार किया जाता था. सभी शिकारियों को सामान्य वनमंडल वन परिक्षेत्र कराहल की सब रेंज करियादेह की बीट के आरक्षित वन खण्ड कक्ष क्रमांक आरएफ 300 में पकड़ा गया है.
शिकारियों को पास से हथियार बरामद: पकड़े गए इन शिकारियों में से 4 राजस्थान जिला बारां तहसील शाहबाद क्षेत्र के निवासी हैं, जो यहां अपने रिश्तेदारों के घर रहने के बहाने से आए थे. सामान्य वनमंडल सब रेंज कराहल द्वारा दी गई जानकारी में बताया गया है कि ''पकड़े गए इन सभी लोगों के पास से अवैध कटाई में प्रयोग की गई 2 नग कुल्हाड़ी, वन्य पक्षियों का शिकार करने के लिए 1 नग गोफन, शिकार के लिए वनक्षेत्र में लगाए गये 5 फंदे जब्त किये गये हैं.''
सभी आरोपियों को भेजा जेल: वन परिक्षेत्र अधिकारी कराहल द्वारा कार्रवाई करने के बाद लालजी पटेलिया (निवासी सलैयाराय गुना) व अन्य 9 साथियों को श्योपुर न्यायालय में पेश किया गया. जिन्हें बाद में जेल भेज दिया गया है. इन लोगों को शिकार और अवैध अतिक्रमण के आरोप में पकड़ा गया है, उनमें रामसिंह भील, बासू भील, भूरसिंह, सुरेश, लालजी, शेखू भिलाला, खेमला पटेलिया, प्रेमा पटेलिया, हाबू, मगन भिलाला के नाम शामिल हैं.
पहले भी पकड़ा जा चुका है एक शिकारी: गौरतलब है कि पिछले साल भी कूनो अभ्यारण में एक शिकारी पकड़ा गया था. जिसके पास से शिकार करने के हथियार भी बरामद हुए थे. कूनो अभ्यारण में वन विभाग के अधिकारियों की पैनी नजर है और वह लगातार जंगल में सर्चिंग करते रहते हैं. इस कारण कोई भी शिकारी वहां पर अपने इरादों को सफल नहीं कर पा रहा है. कूनो अभ्यारण में सुरक्षा व्यवस्था के पुख्ता इंतजाम मौजूद हैं.