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Kuno National Park: बाड़े में छोड़े गए आशा और तिबलिश, जल्द छोड़े जाएंगे 3 और मादा चीते

नामीबिया से एमपी के कूनो नेशनल पार्क लाए गए चीतों को धीरे-धीरे बड़े बाड़े में छोड़ा जा रहा है. 2 और चीतों को बड़े बाड़े में छोड़ा गया, अब बड़े बाड़े में चीतों की संख्या 5 हो गई है. सभी चीतें यहां शिकार कर सकेंगे. शेष तीन चीतों को जल्द ही चरणबद्ध तरीके से बड़े बाड़े में छोड़ा जाएगा'.

2 male leopards left in big enclosure
2 मादा चीतों को बड़े बाड़े में छोड़ा गया
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Published : Nov 27, 2022, 11:00 PM IST

Updated : Nov 27, 2022, 11:08 PM IST

श्योपुर। नामीबिया से मध्य प्रदेश के कूनो नेशनल पार्क लाए गए 8 चीतों में से 2 और चीतों को बड़े बाड़े में छोड़ा (2 Cheetahs Released in Big Enclosure) गया. एक अधिकारी ने कहा कि कूनो नेशनल पार्क में 2 चीतों को रविवार को संगरोध क्षेत्र से बड़े अनुकूलन बाड़े में ले जाया गया, जिससे बाद के क्षेत्र में चीतों की कुल संख्या 5 हो गई है. बता दें कि चीते नामीबिया से 17 सितंबर को कूनो नेश्नल पार्क आए थे. तभी से क्वारंटीन थे, 49 दिन बाद यानि 5 नवंबर को 2 चीतों को रिलीज किया गया था. मादा चीता आशा और तिबलिश बड़े बाड़े में नर ओबान, एल्टन और फ्रेडी के साथ शामिल हो गईं.

MP: कूनो नेशनल पार्क के बड़े बाड़े में छोड़े गए 2 मेल चीते, अब खुद कर सकेंगे शिकार, PM मोदी ने जताई खुशी

बड़े बाड़े में चीतों की संख्या हुई 5: कूनो प्रभागीय वन अधिकारी प्रकाश कुमार वर्मा ने बताया कि ''चीतों को धीरे-धीरे बड़े बाड़ों में छोड़ा जा रहा है. आशा और तिबलिश को विशेषज्ञों और टास्क फोर्स के सदस्यों की देखरेख में बाड़े संख्या 6 और 7 में छोड़ा गया. ओबैन को 18 नवंबर को बड़े बाड़े में छोड़ दिया गया था, जबकि एल्टन और फ्रेडी को 5 नवंबर को स्थानांतरित कर दिया गया था. उन्होंने कहा कि शेष तीन मादा चीतों को जल्द ही चरणबद्ध तरीके से बड़े बाड़े में छोड़ा जाएगा''. बता दें कि 1947 में छत्तीसगढ़ के कोरिया जिले में भारत में अंतिम चीता की मृत्यु हो गई थी, और इस प्रजाति को 1952 में देश से विलुप्त घोषित कर दिया गया था. PTI

श्योपुर। नामीबिया से मध्य प्रदेश के कूनो नेशनल पार्क लाए गए 8 चीतों में से 2 और चीतों को बड़े बाड़े में छोड़ा (2 Cheetahs Released in Big Enclosure) गया. एक अधिकारी ने कहा कि कूनो नेशनल पार्क में 2 चीतों को रविवार को संगरोध क्षेत्र से बड़े अनुकूलन बाड़े में ले जाया गया, जिससे बाद के क्षेत्र में चीतों की कुल संख्या 5 हो गई है. बता दें कि चीते नामीबिया से 17 सितंबर को कूनो नेश्नल पार्क आए थे. तभी से क्वारंटीन थे, 49 दिन बाद यानि 5 नवंबर को 2 चीतों को रिलीज किया गया था. मादा चीता आशा और तिबलिश बड़े बाड़े में नर ओबान, एल्टन और फ्रेडी के साथ शामिल हो गईं.

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बड़े बाड़े में चीतों की संख्या हुई 5: कूनो प्रभागीय वन अधिकारी प्रकाश कुमार वर्मा ने बताया कि ''चीतों को धीरे-धीरे बड़े बाड़ों में छोड़ा जा रहा है. आशा और तिबलिश को विशेषज्ञों और टास्क फोर्स के सदस्यों की देखरेख में बाड़े संख्या 6 और 7 में छोड़ा गया. ओबैन को 18 नवंबर को बड़े बाड़े में छोड़ दिया गया था, जबकि एल्टन और फ्रेडी को 5 नवंबर को स्थानांतरित कर दिया गया था. उन्होंने कहा कि शेष तीन मादा चीतों को जल्द ही चरणबद्ध तरीके से बड़े बाड़े में छोड़ा जाएगा''. बता दें कि 1947 में छत्तीसगढ़ के कोरिया जिले में भारत में अंतिम चीता की मृत्यु हो गई थी, और इस प्रजाति को 1952 में देश से विलुप्त घोषित कर दिया गया था. PTI

Last Updated : Nov 27, 2022, 11:08 PM IST
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