श्योपुर। अक्सर गलतियों पर सीनियर जूनियर को फटकार लगाते हैं. लेकिन श्योपुर में एक फटकार का असर ऐसा हुआ कि एक नर्स तीन घंटे तक बेहोश रही. जी हां, श्योपुर जिला अस्पताल में पदस्थ RMO डॉ. एसएन बिंदल ने एक नर्स से बिना किसी वजह बहस कर ली. डॉक्टर ने नर्स को ऐसी फटकार लगाई कि वो तीन घंटे तक बेहोश रही. इसके अलावा उसका बल्ड प्रेशर भी करीब 225 तक पहुंच गया. अब डॉक्टर पर नर्स को मानसिक रूप से परेशान करने के आरोप लग रहे हैं. साथ ही कुछ कर्मचारी डॉक्टर के खिलाफ मोर्चा खोलने की तैयारी कर रहे हैं.
रजिस्टर देख भड़के डॉक्टर
अस्पताल के कर्मचारियों ने बताया कि रविवार को अवकाश के दिन जिला अस्पताल की सीनियर नर्स इंचार्ज अपने काम को निपटाने के लिए सुबह करीब 11 बजे जिला अस्पताल पहुंची थीं. वह ट्रॉमासेंटर में बैठकर उपस्थिति रजिस्टर में स्टॉफ नर्सों की सीएल आदि चैक कर ही रही थी. इस बीच वहां RMO डॉ. एसएन बिंदल पहुंच गए और उनकी नजर जैसे ही नर्स इंचार्ज के पास रखे रजिस्टर पर पड़ी तो उन्होंने नर्स इंचार्च को डांटना-फटकारना शुरु कर दिया.
तीन घंटे बाद आया होश
मौके पर मौजूद लोगों के मुताबिक डॉ. बिंदल ने इतना ज्यादा फटकारा कि उन्हें चक्कर आ गए और वह बेहोश हो गईं. इसके बाद डॉ. बिंदल वहां किसी से कुछ कहे बगैर कहीं चले गए. फिर थोड़ी देर बाद वहां अस्पताल स्टॉफ के लोग पहुंचे तो उनकी नजर नर्स इंचार्ज पर पड़ी. उन्होंने बेहोशी की हालत में उन्हें स्ट्रिचर पर लिटाकर इमरजेंसी वार्ड में भर्ती कराया. बीपी नापे जाने पर 225 निकला, इसके बाद ड्रिप लगाकर उनका इलाज किया गया, तब जाकर 3 घंटे बाद उन्हें होश आया. इसके बाद उनके परिजनों के साथ उन्हें घर भेज दिया गया.