श्योपुर। महाराष्ट्र सरकार पर मीडिया की स्वतंत्रता का हनन और जनता की आवाज को दबाने के आरोप लगाते हुए भाजपा कार्यकर्ताओं ने महाराष्ट्र मुख्यमंत्री कि शहर भर में बैंड बाजे के साथ अर्थी निकालकर जय स्तंभ चौक पर पुतला दहन किया. भाजपा जिला अध्यक्ष सुरेंद्र सिंह जाट ने बताया कि एक निजी समाचार चैनल के एडिटर इन चीफ को पुलिस ने घर से जबरन उठाया और पुलिस की कार्रवाई से लग रहा है कि प्रदेश सरकार ने पत्रकार का अपहरण किया है. महाराष्ट्र में कानून व्यवस्था पूरी तरह से ध्वस्त हो चुकी है, लेकिन प्रदेश सरकार मीडिया की आवाज को दबाकर अपनी नाकामियों को छुपाने का प्रयास कर रही है. मीडिया कर्मी को उसके घर पर जाकर उठाकर लाना प्रदेश सरकार का एक तानाशाह रवैया है.
भाजपा जिला अध्यक्ष ने कहा कि मुंबई में हर दिन अपराध घटित होती हैं ,लेकिन सरकार और पुलिस अपराधियों की बजाएं जनता जनता की आवाज उठाने वालों के खिलाफ कार्रवाई कर रही है. महाराष्ट्र सरकार का असली चेहरा पूरे देश की जनता के सामने आ चुका है. सरकार मीडिया कर्मियों पर तानाशाही पूर्ण कार्रवाई कर अपनी असलियत को छुपा नहीं सकती है. महाराष्ट्र सरकार को एक निर्दोष पत्रकार को को रिहा करना चाहिए.
मीडिया की स्वतंत्रता के हनन पर शिवपुरी में भी उद्धव सरकार का पुतला जलाया
शिवपुरी जिले के खनियाधाना तहसील में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद द्वारा महाराष्ट्र सरकार और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे का पुतला दहन किया गया. अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के जिला संयोजक मयंक राठौर ने बताया कि महाराष्ट्र सरकार ने मुंबई में जिस तरह की अन्याय पूर्ण कार्रवाई करते हुए एक निजी चैनल के एडिटर इन चीफ को बिना कोई नोटिस दिए गिरफ्तार किया है. लोकतांत्रिक व्यवस्थाओं का मजाक बनाते हुए न्याय प्रणाली का उपहास उड़ाते हुए उनके साथ हाथापाई की और फिर उन्हें जबरन घर से खींचते हुए ले गई. इससे लगता है कि महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे पुत्र मोह में अंधे हो चुके हैं और अपने पुत्र की बुराइयों को छिपाने के लिए वह किसी भी हद तक जा सकते हैं, लेकिन पत्रकार और पत्रकारिता भारतीय संविधान का चौथा स्तंभ है. यदि इनके खिलाफ किसी भी तरह की अन्याय पूर्ण कार्रवाई होती है तो अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद संपूर्ण देश में विरोध प्रदर्शन करेगी और महाराष्ट्र सरकार और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे का पुतला दहन संपूर्ण राष्ट्र में जगह-जगह करेगी. अगर इसके बाद भी महाराष्ट्र सरकार अपने उठाए गए कदमों को वापस नहीं लेती है. तब अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद अन्य सामाजिक संगठनों के साथ मिलकर उग्र प्रदर्शन करने के लिए मजबूर हो जाएगी.
खरगोन जिले में भी महाराष्ट्र सीएम का पुतला फूंका
खरगोन जिले में भी पीजी कॉलेज परिसर में एबीवीपी कार्यकर्ताओं ने महाराष्ट्र सरकार के विरोध में प्रदर्शन करते हुए पुतला फूंका, जिसके कारण महाविद्यालय विवादों में घिर गया. परिसर में पुतला दहन करने पर एनएसयूआई ने आपत्ति जताई. साथ ही एनएसयूआई के छात्रों ने कहा कि अभाविप द्वारा राजनीतिक पुतला दहन किया गया. यह कार्य महाविद्यालय परिसर में किया गया, जो असंवैधानिक है. हमारी मांग है कि प्राचार्य इन विद्यार्थियों के खिलाफ कार्रवाई करें. अन्यथा हम प्राचार्य के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाएंगे.
महाविद्यालय के प्राचार्य आरएस देवड़ा ने बताया कि बुधवार को शाम चार बजे कुछ एबीवीपी कार्यकर्ताओं द्वारा पुतले दहन की बात सामने आई है. अगर ऐसा हुआ है तो असंवैधानिक है, जिसके लिए अनुशासन समिति की बैठक बुलवा कर कार्रवाई की जाएगी.