श्योपुर। वरिष्ठ कांग्रेस नेता और पूर्व विधायक रामनिवास रावत के पेट्रोल पंप की जमीन की एनओसी 2 जून को रद्द कर दी गई. जिसके बाद उनके समर्थकों ने भारतीय जनता पार्टी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. जिला कांग्रेस कमेटी ने एडीएम को ज्ञापन सौंपते हुए मांग की है कि रामनिवास रावत की जमीन को सम्मान के साथ उन्हें वापस किया जाए. कांग्रेस जिलाध्यक्ष ने मांग नहीं मानने पर आंदोलन की चेतावनी दी है.
कांग्रेस जिलाध्यक्ष अतुल सिंह चौहान ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि बीजेपी ने विधायकों को खरीद कर सरकार बनाई है और अब कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जब उनकी पोल खोलना चाहते हैं तो उन्होंने प्रदेश कार्यकारिणी अध्यक्ष रामनिवास रावत की जमीन को जिला प्रशासन ने सत्ताधारी पार्टी के कहने पर सरकारी कर दिया. इसके साथ ही जिला प्रशासन द्वारा 6 महीने पहले दी गई पेट्रोल पंप की एनओसी को भी निरस्त कर दिया है. कांग्रेस जिलाध्यक्ष ने कहा की भाजपा द्वारा इस तरीके की ओछी राजनीति की जा रही है.
पेट्रोल पंप जमीन की एनओसी रद्द
जिला प्रशासन के द्वारा 6 महीने पहले तत्कालीन कमलनाथ सरकार में पेट्रोल पंप की एनओसी मंजूर की गई थी. लेकिन बीजेपी द्वारा इस एनओसी को रद्द कर दी गई है. जिसके चलते श्योपुर-शिवपुरी रोड पर चल रहे पेट्रोल पंप के निर्माण कार्य की एनओसी रिजेक्ट होने के बाद बंद हो गई. इसके अलावा विजयपुर में कॉलेज और स्कूल की भूमि भी सरकारी घोषित किए जाने के बाद कांग्रेस पार्टी भाजपा सरकार का षड्यंत्र बता रही है.