श्योपुर। आखिरकार 70 साल बाद एक बार फिर भारत में चीतों की वापसी हो गई है. 8 चीते नामीबिया से भारत लाए गए हैं. और उसका पूरा श्रेय देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जाता है. पीएम मोदी ने खुद उन्हें श्योपुर जिले के कूनो नेशनल पार्क में छोड़ा. उसके बाद पीएम मोदी ने 'चीता मित्रों' से बातचीत की. पीएम ने कहा कि आप लोगों को हर एक पशु की देखभाल करनी है. (PM Modi talks to cheetah mitra)
450 से अधिक चीता मित्र नियुक्त: बता दें की भारत की जमीन से 1948 में चीता विलुप्त हो गए थे. जिसके बाद 1952 में सरकार ने चीतों को विलुप्त प्रजाति में घोषित कर दिया. मोदी सरकार ने अपने जन्मदिन के अवसर पर देशवासियों को रिटर्न गिफ्ट के रूप में चीते दिए हैं. चीतों के बारे में जागरुकता फैलाने के लिए शिवराज सरकार ने 450 से अधिक चीता मित्र नियुक्त किए हैं. 'चीता मित्र' लोगों को चीते की जीवनशैली और तौर-तरीकों के बारे में जागरूक करेंगे. चीता मित्र लोगों को बताएंगे कि चीतों से डरने की कोई जरूरत नहीं है. चीते इंसानों पर हमला नहीं करते.
Sheopur kuno Cheetah Project मोदी ने अपने जन्मदिन पर श्योपुर को दी स्वर्णिम भविष्य की सौगात
प्रधानमंत्री ने चीता मित्रों से पूछे सवाल: चीता मित्रों का कहना है कि ''हमें देश के प्रधानमंत्री से बात करने का मौका मिला. यह हमारे लिए बड़ा अच्छा दिन रहा और गौरव की बात यह है कि देश में चीता वापस आए हैं''. प्रधानमंत्री ने चीता मित्रों से सीधा सवाल किया और पूछा के आप चीते के बारे में क्या जानते हैं, तो उन्होंने बताया कि ''चीता इंसान पर कभी हमला नहीं करता है और वह हल्की सी आवाज को सुनकर ही भाग जाता है. वह तेंदुआ से छोटा होता है और उस पर लाइनिंग होती हैं''.
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