सीहोर। खरीफ की फसल बारिश में चौपट हो जाने के कारण किसान पहले से ही हताश हैं, और अब यूरिया की कमी होने से भी रबी की फसल को लेकर परेशान हो रहा है. फसलों को जरूरत के हिसाब से यूरिया नहीं मिल पाने के कारण सीहोर जिले में गेहूं की फसलों पर 'जड़ महू' रोग फाल रहा है और इल्लियां भी लगने लग गई हैं.
जिले में इस बार कृषि विभाग ने 3 लाख 92 हजार हेक्टेयर क्षेत्रफल में बोवनी का लक्ष्य निर्धारित किया था, जिसमें लगभग 90 फीसदी बोवनी हो चुकी है, लेकिन प्रारंभिक बोवनी के बाद अंकुरित गेंहू में यूरिया के अभाव से 'जड़ महू' रोग फैलने से फसल पीली होकर सूखने लगी है. इस बीमारी के कारण गेंहू की जड़ में एक विशेष प्रकार की इल्ली लग गई है जो गेंहू की जड़ को अंदर ही अंदर नष्ट कर रही है.
इस समस्या को लेकर जिले का किसान परेशान हो रहा है. और सरकार की तरफ आस लगाकर देख रहा है. किसानों का कहना है कि शुरूआती दौर में 30 से 50 प्रतिशत का नुकसान हो चुका है. वहीं कृषि वैज्ञानिक भी मान रहे हैं कि गेंहू की जड़ में महू की बीमारी के प्रकोप के कारण गेंहू प्रभावित हो रहा है.