श्योपुर। 2 वर्ष पूर्व हुई जनजाति कल्याण विभाग शिक्षक भर्ती की परीक्षा उत्तीर्ण होने के बाद शिक्षक बनने के कयास लगाए बैठे शिक्षकों कि आस टूटने के बाद विरोध करना आरंभ कर दिया है. शुक्रवार को चयनित शिक्षक शहर के हजार ईश्वर पार्क मैदान में बने रंगमंच पर धरने के लिए बैठ गए. जहां उन्होंने शिक्षक भर्ती परीक्षा को जल्द पूरा किए जाने की मांग की.
2018 में शुरू हुई थी प्रक्रिया
दरअसल सरकार ने विधानसभा चुनाव 2018 से पहले शिक्षा विभाग और जनजाति कल्याण विभाग में प्रोफेशनल एग्जामिनेशन बोर्ड के माध्यम से नियुक्त पात्रता परीक्षा आयोजित की थी. परीक्षा के अंतर्गत उच्च माध्यमिक शिक्षक के 19220 पद और माध्यमिक शिक्षक के 11374 पद पर भर्ती प्रक्रिया होनी थी. जिसकी परीक्षा परिणाम के बाद दोनों विभागों ने काउंसलिंग कर दस्तावेजों का सत्यापन शुरू किया. लेकिन 1 साल बीतने के बाद भी काउंसलिंग प्रक्रिया पूरी नहीं हो पाई. जुलाई 2020 में दस्तावेजों के लिए सत्यापन की प्रक्रिया शुरू हुई थी. लेकिन उसे बीच में रोक दिया गया.
भोपाल में धरना प्रदर्शन
धरने में बैठी चयनित शिक्षकों का कहना है कि पहले तो लॉक डाउन था. लेकिन अब तो सब शुरू हो गया है. फिर भी हमारे दस्तावेज सत्यापन प्रक्रिया को क्यों नहीं शुरू की जा रही है. सरकार अगर जल्द से जल्द चयनित शिक्षकों की दस्तावेज सत्यापन प्रक्रिया को आरंभ नहीं करती है, तो प्रदेशभर का संगठन भोपाल में जाकर धरना करेगा.