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'भारत का इथोपिया' कहे जाने वाले श्योपुर में 2019 में भी कुषोषण से मौत का सिलसिला जारी - श्योपुर में कुपोषण का ग्राफ

मध्य प्रदेश का श्योपुर जिला 'भारत के इथोपिया' के नाम से विख्यात है.और इसका कारण है कुपोषण. साल 2019 में भी यहां 17 बच्चे मौत के मुहं में समा गए.

deaths due to malnutrition
श्योपुर में कुपोषण से हर साल मौत
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Published : Dec 26, 2019, 11:42 PM IST

Updated : Dec 27, 2019, 4:41 PM IST

श्योपुर। मध्य प्रदेश का श्योपुर जिला 'भारत के इथोपिया' के नाम से विख्यात है. और इसका कारण है कुपोषण. हर साल कुपोषण के चलते जिले में कई मासूम काल के गाल में समा जाते हैं. कुपोषण का यही कहर साल 2019 में दिखा. इस साल कुपोषण से 17 बच्चे मौत के मुहं में समा गए. लेकिन महिला बाल विकास विभाग के अधिकारी हर बार की तरह कागजी आंकड़े तैयार कर कुपोषण का ग्राफ कम होने की बात कह रहे हैं.

श्योपुर में कुपोषण से हर साल मौत

वहीं जिल के प्रभारी मंत्री लाखन सिंह यादव का कहना है कि कुपोषण को लेकर सरकार काम कर रही है, जल्द ही कुपोषित बच्चों को पोषित किया जाएगा. राज्य सरकार भले ही जिले को मुक्त करने के लाख दावे करती हो, लेकिन हकीकत भयावह है. जिलेभर के 60 हजार बच्चों में से 18500 बच्चे कुपोषित हैं और 3500 अतिकुपोषित है.

श्योपुर। मध्य प्रदेश का श्योपुर जिला 'भारत के इथोपिया' के नाम से विख्यात है. और इसका कारण है कुपोषण. हर साल कुपोषण के चलते जिले में कई मासूम काल के गाल में समा जाते हैं. कुपोषण का यही कहर साल 2019 में दिखा. इस साल कुपोषण से 17 बच्चे मौत के मुहं में समा गए. लेकिन महिला बाल विकास विभाग के अधिकारी हर बार की तरह कागजी आंकड़े तैयार कर कुपोषण का ग्राफ कम होने की बात कह रहे हैं.

श्योपुर में कुपोषण से हर साल मौत

वहीं जिल के प्रभारी मंत्री लाखन सिंह यादव का कहना है कि कुपोषण को लेकर सरकार काम कर रही है, जल्द ही कुपोषित बच्चों को पोषित किया जाएगा. राज्य सरकार भले ही जिले को मुक्त करने के लाख दावे करती हो, लेकिन हकीकत भयावह है. जिलेभर के 60 हजार बच्चों में से 18500 बच्चे कुपोषित हैं और 3500 अतिकुपोषित है.

Intro:ऐंकर
श्योपुर, श्योपुर जिला कुपोषण के लिए दुनिया भर में बदनाम है हर साल की तरह इस वर्ष 2019 में भी 17 कुपोषित बच्चों की मौतें हुई हैं और महिला बाल विकास विभाग के अधिकारी हर बार की तरह कागजी आंकड़े तैयार करके कुपोषण का ग्राफ कम होने की बात जरूर कह रही हैं


Body:लेकिन यह हकीकत यही है कि अभी भी जिले भर के 60हजार बच्चों में से स 18500 बच्चे कुपोषित हैं 3500 अतिकुपोसित है और कुपोषण को श्योपुर जिले से मुक्त करने के लिए सरकार मंत्रियों के द्वारा वादे भी किए जा रहे हैं


Conclusion:प्रभारी मंत्री लाखन सिंह यादव का कहना हैं की देखीये श्योपुर दुनिया मे बदनाम हैं कुपोषण के लिये और कुपोषण को ले कर हमरी सरकार कार्य कर रही है जल्द ही कुपोषित बच्चो को पोषित किया जाए गा इस पर हमारी सरकार इस पर कार्य कर रही हैं।

बाईट-लाखन सिंह यादव (प्रभारी मंत्री श्योपुर)
Last Updated : Dec 27, 2019, 4:41 PM IST
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