श्योपुर। मध्य प्रदेश का श्योपुर जिला 'भारत के इथोपिया' के नाम से विख्यात है. और इसका कारण है कुपोषण. हर साल कुपोषण के चलते जिले में कई मासूम काल के गाल में समा जाते हैं. कुपोषण का यही कहर साल 2019 में दिखा. इस साल कुपोषण से 17 बच्चे मौत के मुहं में समा गए. लेकिन महिला बाल विकास विभाग के अधिकारी हर बार की तरह कागजी आंकड़े तैयार कर कुपोषण का ग्राफ कम होने की बात कह रहे हैं.
वहीं जिल के प्रभारी मंत्री लाखन सिंह यादव का कहना है कि कुपोषण को लेकर सरकार काम कर रही है, जल्द ही कुपोषित बच्चों को पोषित किया जाएगा. राज्य सरकार भले ही जिले को मुक्त करने के लाख दावे करती हो, लेकिन हकीकत भयावह है. जिलेभर के 60 हजार बच्चों में से 18500 बच्चे कुपोषित हैं और 3500 अतिकुपोषित है.