श्योपुर। कोरोना वायरस संक्रमण के चलते हुए लॉकडाउन में गरीब-मजदूर पूरी तरह से बेरोजगार हो गए हैं. ऐसी स्थिति में उनकी मदद के लिए केंद्र सरकार ने गरीब कल्याण योजना के तहत अंत्योदय कार्डधारकों को तीन महीने का मुफ्त राशन एक अप्रैल से देने की घोषणा की थी, इसके बाद भी बड़ौदा नगर में बीपीएल, अत्योदय सहित अन्य हितग्राहियों को खाद्यान्न नहीं दिया जा रहा है, जिससे सैकड़ों परिवार रोजाना नगर परिषद, तहसील व उचित मूल्य की दुकानों के चक्कर काट रहे हैं.
एक अप्रैल से राशन कार्ड धारकों के साथ ही मनरेगा जॉब कार्डधारकों और श्रम विभाग में पंजीकृत श्रमिकों को राशन वितरित करने के निर्देश प्रदेश सरकार ने जिला अधिकारियों को दिए हैं. इस योजना में उन गरीबों को भी शामिल किया गया है, जिनके पास राशन कार्ड नहीं है, लेकिन बड़ौदा नगर में बीपीएल, जॉब कार्डधारी, श्रमिकों व बिना राशन कार्ड के हितग्राहियों को तो दूर की बात है, जिनके पास अंत्योदय और बीपीएल राशन कार्ड है. उनको भी उचित मूल्य के दुकानदार खाद्यान्न नहीं दे रहे हैं, जब हितग्राही उचित मूल्य की दुकान पर जाते हैं तो विक्रेता माल नहीं आने की बात कहकर लौटा देते हैं.
हितग्राही संकट की घड़ी में खाद्यान्न के लिए इधर-उधर चक्कर काट रहे हैं. हितग्राहियों का कहना है कि कुछ दिन पहले नगर परिषद ने 206 पात्र हितग्राहियों की सूची तैयार कर उचित मूल्य की दुकानों को दी थी. जब सूची में शामिल हितग्राही खाद्यान्न लेने दुकानों पर पहुंच रहे थे तो विक्रेता राशन देने से साफ मना कर रहा है. हितग्राहियों ने जिला अधिकारियों से इस ओर ध्यान देकर उन्हें खाद्यान्न दिलाए जाने की मांग की है.